Edited By Prachi Sharma,Updated: 01 Dec, 2024 07:39 AM
आज दिसंबर का पहला दिन है और इसकी शुरुआत अगहन अमावस्या से हो रही है। ये मार्गशीर्ष माह की अमावस्या होती है।इस दिन पितृलोक से अपने पितरों का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए विधि
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Margashirsha Amavasya 2024: आज दिसंबर का पहला दिन है और इसकी शुरुआत अगहन अमावस्या से हो रही है। ये मार्गशीर्ष माह की अमावस्या होती है।इस दिन पितृलोक से अपने पितरों का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए विधि पूर्वक पूजा-अर्चना की जाती है क्योंकि इस दिन पितर अपने घरों की यात्रा पर लौटते हैं। यदि इस दिन सही प्रकार से धार्मिक कार्य किए जाएं, तो न केवल पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है बल्कि जीवन से जुड़े कई दोष भी समाप्त होते हैं और सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
पितरों के आशीर्वाद से मिलने वाले लाभ
पितरों के आशीर्वाद से व्यक्ति को न केवल मानसिक शांति मिलती है बल्कि जीवन के सभी क्षेत्रों में सफलता और समृद्धि भी आती है। पितृ दोष के कारण कई बार व्यक्ति को जीवन में अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है जैसे कि व्यापार में नुकसान, पारिवारिक कलह, स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं और वैवाहिक जीवन में तनाव। अगहन अमावस्या पर यदि पितरों का तर्पण और श्राद्ध विधि पूर्वक किया जाता है, तो ये दोष समाप्त हो जाते हैं और जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं।
Try these remedies today आज करें ये उपाय
करें तर्पण- सबसे पहले, स्वच्छ स्थान पर बैठकर पितरों का स्मरण करें और उन्हें श्रद्धा भाव से तर्पण अर्पित करें। तर्पण के दौरान पानी में तिल, फूल और गाय के घी का दीपक रखें और पितरों को अर्पित करें। तर्पण के बाद ब्राह्मणों को भोजन या दान देना शुभ होता है।
घर में जलाएं दीप
अगहन अमावस्या की रात को घर में दीपक जलाना बहुत शुभ माना जाता है। दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और अंधकार को नष्ट किया जाता है। यह विशेष रूप से पितरों के लिए श्रद्धांजलि देने का एक माध्यम है। दीपक जलाने से न केवल घर की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है बल्कि पितरों का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। रात के समय घर के मुख्य स्थानों पर दीपक लगाएं। खासकर पूजा स्थल पर दीपक अवश्य रखें।
पानी में तिल डालकर दान दें
इस दिन पितरों को तर्पण देने के साथ-साथ पानी में तिल डालकर दान करना भी अत्यंत लाभकारी होता है। तिल को दान करने से न केवल पितृ दोष दूर होते हैं बल्कि यह आपके जीवन में धन, समृद्धि और सुख-शांति का कारण बनता है। तिल का दान करते समय मानसिक रूप से अपने पितरों का स्मरण करें।
ब्राह्मणों को भोजन और दक्षिणा दें
अमावस्या के दिन ब्राह्मणों को भोजन और दक्षिणा देने का विशेष महत्व है। यह कार्य पितरों के आशीर्वाद प्राप्त करने का एक उत्तम तरीका माना जाता है। ब्राह्मणों को भोजन अर्पित करने से पितृ दोष दूर होता है और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। इस दिन ब्राह्मणों को शुद्ध शाकाहारी भोजन दें और उनके लिए कुछ दक्षिणा का भी प्रबंध करें। इसके बाद उनके आशीर्वाद प्राप्त करें और उनके साथ बैठकर पितरों का स्मरण करें।
गाय माता का आशीर्वाद प्राप्त करें
गाय को हिंदू धर्म में पवित्र माना जाता है। अगहन अमावस्या के दिन गाय की पूजा करना और उसे गुड़, तिल या चारा देना भी शुभ फलदायक होता है। यह कार्य पितरों का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए किया जाता है क्योंकि गाय के माध्यम से हम देवता और पितरों दोनों का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। गाय को तिल, गुड़ या चारा दें और उसे साफ पानी पिलाएं। गाय को प्रणाम करके उसके आशीर्वाद का आह्वान करें।