Edited By Niyati Bhandari,Updated: 18 Sep, 2024 07:19 AM
आलोच्य सप्ताह (18 से 24 सितम्बर तक) के दौरान दो सितारे शुक्र तथा बुध अपना राशि परिवर्तन करते हैं- शुक्र सप्ताह के पहले हिस्से तथा बुध सप्ताह के आखिरी हिस्से में राशि बदलता है। इनके अतिरिक्त बुध नक्षत्र पर तथा
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Market Astrology: आलोच्य सप्ताह (18 से 24 सितम्बर तक) के दौरान दो सितारे शुक्र तथा बुध अपना राशि परिवर्तन करते हैं- शुक्र सप्ताह के पहले हिस्से तथा बुध सप्ताह के आखिरी हिस्से में राशि बदलता है। इनके अतिरिक्त बुध नक्षत्र पर तथा शुक्र एवं बृहस्पति नक्षत्र के चरण पर अपनी स्थिति बदलते हैं। ध्यान रहे कि शुक्र तथा बुध के राशि परिवर्तन के कारण ग्रह योग में 2 बार फेरबदल होने की आशा है। चूंकि मार्कीट में उठा-पटक जारी रहेगी। सीमा में काम करने वाले नुकसान के रिस्क से सुरक्षित रहेंगे। नोट करें कि 18 तथा 23 सितम्बर के दिनों को ज्यादा इंपोर्टैंस दें, क्योंकि इन दोनों दिनों में बना रुख आगे कुछ दिन बाजार पर अपनी पकड़ बनाए रख सकता है। वैसे 18 सितम्बर दोपहर पौने दो बजे के बाद तथा 23 तारीख के लिए किसी अच्छे मौके पर लगे एक तरफे फल सकते हैं।
तेल सोया, तेल मूंगफली, सरसों, अलसी, तोरिया, तिल, तेल बिनौला, अरंडी, खल, सींगदाणा, मेंथा, पिपरामैंट तथा अन्य तेल पदार्थों एवं सोना, चांदी, हीरे-जवाहरात, बहुमूल्य पत्थरों, बहुमूल्य धातुओं में 18 सितम्बर दोपहर पौने दो बजे के बाद यदि तेजी का झटका आ जाए तो समझें तेजी 22 तक चलेगी फिर 23 वाला रुख 24 सितम्बर को भी बना रहेगा। कॉटन, पटसन, रूई, कपास, सन्न, सूत, सिल्क, स्टैपल, ऊनी, सूती, रेशमी कपड़े तथा यार्न इत्यादि में 18 सितम्बर दोपहर पौने दो बजे के बाद बना रुख 22 तक चलेगा। 23 सितम्बर खास दिन रहेगा।
शेयर मार्कीट में 18 सितम्बर दोपहर पौने दो बजे के बाद यदि रेट जम्प करें तो समझें कि मजबूती वाला रुख आगे चार दिन चलेगा। 23 सितम्बर को भी एकतरफा झटका प्रत्याशित है। गुड़, चीनी, शक्कर तथा अन्य मीठी रसदार वस्तुओं एवं मिश्री इत्यादि में 18 तथा 23 तारीख के रुख को ध्यान में रख कर आगे काम करना सही रहेगा।
गेहूं, गवारा, मटर, मक्की, चने, जौ, बाजरा, अरहर, मूंग, मांस तथा अन्य अनाज पदार्थों एवं दालों इत्यादि में 18 सितंबर दोपहर पौने दो बजे के बाद झटका के साथ जो रुख बने, वह आगे 22 तक चल सकता है। हाजिर मार्कीट में खरीदार की धमक तथा रौनक बनी रहेगी तथा वह खरीदारी के काम में भी व्यस्त रहेगा किन्तु बिकवाल खामोश तमाशाई बना रहेगा।