Edited By Niyati Bhandari,Updated: 30 Oct, 2024 08:20 AM
Market Astrology: आलोच्य सप्ताह (30 अक्तूबर से 5 नवम्बर तक) के दौरान बेशक कोई ग्रह अपनी पोजिशन चेंज नहीं करता, तो भी यह सप्ताह इंपोर्टैंट होगा तथा इसमें एक रुख का प्रभाव रहेगा। वास्तव में पिछले सप्ताह के आखिरी दिन देर गई रात को बुध ने वृश्चिक राशि...
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Market Astrology: आलोच्य सप्ताह (30 अक्तूबर से 5 नवम्बर तक) के दौरान बेशक कोई ग्रह अपनी पोजिशन चेंज नहीं करता, तो भी यह सप्ताह इंपोर्टैंट होगा तथा इसमें एक रुख का प्रभाव रहेगा। वास्तव में पिछले सप्ताह के आखिरी दिन देर गई रात को बुध ने वृश्चिक राशि पर प्रवेश करके जो ग्रह योग बनाया था, उसका प्रभाव इस सप्ताह में प्रभावी रहेगा। बुध तथा नेप्च्यून भी नक्षत्र पर अपनी स्थिति चेंज करके मार्कीट में उठा-पटक ला सकते हैं, इसलिए लिमिट में काम रखने वाले रिस्क के खतरे से सुरक्षित रहेंगे।
ख्याल है कि आलोच्य सप्ताह में मंदी का दबदबा बना रह सकता है फिर भी इस मंदी के रुख की निर्भरता 29 अक्तूबर रात साढ़े दस बजे के बाद या 30 अक्तूबर को मंदी का झटका आने पर होगी।
तेल सोया, तेल मूंगफली, सरसों, अलसी, तोरिया, तिल, तेल, बिनौला, अरंडी, खल, सींगदाणा, मेंथा, पिपरामैंट तथा अन्य तेल पदार्थों, वनस्पति इत्यादि में यदि 29 अक्तूबर रात साढ़े दस बजे के बाद या 30 तारीख को खुलते बाजार रेट गिर जाएं तो समझें कि आगे सप्ताह भर मंदी का रुख बना रहेगा।
कॉटन, पटसन, रूई, कपास, सन्न, सूत, सिल्क, स्टैपल, ऊनी, सूती, रेशमी कपड़े तथा यार्न इत्यादि में मंदी की पकड़ बनी रहने की आशा है। शेयर मार्कीट में 30 अक्तूबर को गिरावट के साथ खुलने की उम्मीद नजर आती है। नोट करें कि यदि 30 अक्तूबर मंदी का झटका सचमुच आ जाए तो फिर आलोच्य सप्ताह में मंदा असर बना रहेगा।
सोना, चांदी, हीरे, जवाहरात, बहुमूल्य पत्थरों, बहुमूल्य धातुओं में 29 अक्तूबर रात साढ़े दस बजे के बाद एक तरफा झटका के साथ जो रुख बन गया, ख्याल है कि वही रुख मोटे तौर पर सप्ताह भर बना रहेगा। गुड़, खांड, शक्कर तथा अन्य मीठी रसदार वस्तुओं एवं मिश्री इत्यादि में आम रुझान मंदी का बना रहने की आशा है।
गेहूं, गवारा, मटर, मक्की, चने, जौ, बाजरा, अरहर, मूंग, मांस तथा अन्य अनाज पदार्थों एवं दालों इत्यादि में 30 तारीख के रुख को देखकर आगे उसी के मुताबिक काम करना सही रहेगा यानी कि 30 तारीख को मंदा बना तो मंदा का काम करें और यदि 30 अक्तूबर बाजार तेज हो जाए तो फिर तेजी का काम करना सही रहेगा। हाजिर मार्कीट में सप्ताह के प्रारंभ से बिकवाल काम धंधा में काफी एक्टिव दिखेगा किन्तु लवाल खामोश तमाशाई बना रहना पसंद करेगा।