Unmarrieds को जवानी ढलने से पहले कर लेना चाहिए यह काम

Edited By ,Updated: 02 Dec, 2016 11:58 AM

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चातुर्मास का विश्राम होने के साथ मांगलिक कार्य आरंभ हो गए हैं विशेषकर कुंवारे एक से दो हो रहे हैं। शादीयों का मौसम आ गया है। हर रोज बैंड बाजा बारात देखने को मिल रहे हैं। कहते हैं भगवान

चातुर्मास का विश्राम होने के साथ मांगलिक कार्य आरंभ हो गए हैं विशेषकर कुंवारे एक से दो हो रहे हैं। शादीयों का मौसम आ गया है। हर रोज बैंड बाजा बारात देखने को मिल रहे हैं। कहते हैं भगवान जोड़ियां बनाकर भेजता है। आप को अपना जोड़िदार मिलने में समस्या आ रही है, जवानी ढ़ल रही है तो समझें अपने ग्रहों की चाल। शादी की उम्र कहीं ढल न जाए कर लें यह काम

 

* हर रोज लाल रंग की गाय को गुड़ ख‌िलाएं।


* सोमवार को रूद्राभिषेक करें।

 

* मंगलवार और शन‌िवार को शाम 5 बजे के बाद सुंदरकांड का पाठ करें।

 

* बेटी की शीघ्र शादी के या विवाह में देरी के लिए पीला कपड़ा एक मीटर, 7 पीले जनेऊ, 7 हल्दी की गांठें साबुत, 7 पीले फूल, 7 गुड़ की डली छोटी-छोटी, 250 ग्राम चने की  दाल (पीली), 7 ताम्बे के पैसे (पुराने सिक्के), पार्वती जी का हार-शृंगार का सामान (चूरी, चुनरी, बिंदी , मांग का सिंदूर इत्यादि परांदी), शुक्लपक्ष  वीरवार को शिव परिवार के मंदिर जाकर नंदी, गणेश, शंकर जी का पंचामृत से पूजन करके पार्वती जी का पूजन करके लाया हुआ सारा सामान उनके आगे रख कर (पीले कपड़े के ऊपर सारा सामान रख दें। अति श्रद्धा भाव से मां को शीघ्र से शीघ्र अच्छा वर प्राप्त होने की कामना करें। इसके साथ  एक माला (108 मनके वाली) से ‘ओम ह्नीं श्रीं कात्यायनी स्वाहा’ का जाप करें। उपरांत पार्वती जी के आगे पीले वस्त्र पर रखा सारा सामान इकट्ठा कर पोटली बांध कर, घर लाकर  मंदिर  या उचित साफ जगह पर स्थापित कर दें। नित्य एक माला पूर्व की ओर पीले आसन पर बैठ कर 40 दिन जाप करें (किसी भी समय अति विश्वास से) 41वें दिन पीले वस्त्र में बंधी पोटली जलप्रवाह करें या मंदिर में रख आए। यह अति अचूक उपाय है।


* किसी भी शुक्लपक्ष के सोमवार को जिस कन्या की शादी में देरी हो रही हो वह सुबह सिर धो स्नान करके  किसी कमरे में जा गुप्त रूप से अपने सिर का एक बाल निकाल ले उसकी गोली सी बना काटन की रूई में लपेट कर ज्योति बना ले, आटे का दीपक बना, घी डाल कर पार्वती जी का हार शृंगार का सामान लेकर शिव पार्वती के मंदिर जाकर, गौरी गणेश शंकर नंदी की पूजा करके, हार शृंगार का सामान पार्वती जी के आगे रख, दीपक जला पार्वती जी से शीघ्र से शीघ्र  अच्छे  वर की कामना करके एक माला ‘ओम ह्नीं श्रीं कात्यायनी स्वाहा’ की माला करके घर आ जाए। नित्य ऊपर बताए मंतर की पीला आसन पर बैठ हल्दी की माला से 40 दिन नित्य पांच माला जप करें नि:संदेह अच्छा और शीघ्र से शीघ्र वर मिलेगा।

शुक्लपक्ष वीरवार से 5, 5, 5, 5, 5 बूंदी के लड्डुओं के 5 पैकेट बना लें, 5 मंदिरों में जाकर किसी भी मूर्त के आगे एक-एक लिफाफा रख कर आए। ऐसा 7 वीरवार करें। नित्य पीले आसन पर पूर्व की ओर बैठ 5 माला ‘ओम ह्नीं श्रीं कात्यायनी स्वाहा’ का जाप करें।


* प्रतिदिन सूर्य को अर्घ्य दें। 


* मंगलवार को हनुमान जी पर स‌िंदूर अर्पित करें, गाय को गुड़ से बनी पूरी ख‌िलाएं।


* शन‌िवार को पानी में कच्चा दूध और गुड़ मिलाकर पीपल की जड़ में चढ़ाएं।
 

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