Mars Transit in Gemini: 56 दिन के लिए बुध के घर में मंगल, 3 राशियों के लिए बेहद शुभ

Edited By Prachi Sharma,Updated: 21 Aug, 2024 06:23 AM

कुंडली में मंगल ग्रह को बहुत ही खास माना जाता है। जल्द ही बुध की राशि में सेनापति मंगल गोचर करने जा रहे हैं। लड़कियों की कुंडली में मंगल खराब हो जाए तो ब्लड से रिलेटेड इश्यूज

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Mars Transit in Gemini: कुंडली में मंगल ग्रह को बहुत ही खास माना जाता है। जल्द ही बुध की राशि में सेनापति मंगल गोचर करने जा रहे हैं। लड़कियों की कुंडली में मंगल खराब हो जाए तो ब्लड से रिलेटेड इश्यूज ज्यादा आते हैं। उनकी पोजीशन खराब हो जाए तो आपकी आय के ऊपर उसका असर पड़ता है। मंगल अमूमन तौर पर हर 45 दिन बाद राशि बदलते हैं और 45 दिन बाद इन्हीं कुछ राशियों के लिए अच्छे हो जाते हैं।  26 अगस्त को मंगल राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं। 6 अगस्त से लेकर 20 अक्टूबर लगभग 56 दिन के लिए मंगल मिथुन राशि में गोचर करेंगे। अभी फिलहाल इस समय मंगल वृषभ राशि में गोचर कर रहे हैं। तो चलिए जानते हैं किन राशियों के लिए मंगल का गोचर शुभ होने जा रहा है।

मेष राशि: मेष राशि में मंगल का गोचर तीसरे भाव में शुरू होगा। मंगल तीसरे भाव में गोचर करेंगे। आपकी राशि के स्वामी मंगल हैं, उसका शुभ गोचर में आना आपके लिए पराक्रम के लिहाज से बहुत अच्छा है। यह पराक्रम वाला भाव है। यह डिटरमिनेशन का भाव है आपके लिए डेफिनेटली बहुत अच्छा होने जा रहा है। जब लगन का स्वामी यानी कि राशि का स्वामी आपकी कुंडली में अच्छे स्थिति में आ जाते हैं तो वो आपको फिजिकल स्ट्रेंथ भी देते हैं।आप थोड़ा सा उत्साहित फील करते हैं। मंगल की ये पोजीशन डेफिनेटली मेष राशि के जातकों के लिए बहुत अच्छी होने जा रही है। अचानक से जो पैसा आता है व अष्टम से ही आता है। तो लिहाजा मेष राशि के जातक हैं उनको अचानक से पैसे का लाभ हो सकता है। जो लोग रिसर्च से जुड़ा काम करते हैं उनको रिसर्च में फायदा हो सकता है। मंगल तीसरे भाव में बैठे हैं। आपको अष्टम से संबंधित फल भी अच्छे मिलेंगे। मंगल चौथी दृष्टि से छठे भाव को देख रहे हैं। ये स्थिति आपके लिए अच्छी है यानी कि फिजिकल परेशानी कम होगी। यदि कोई ऋण है तो उस उससे आपको थोड़ी सी राहत मिलती हुई नजर आ सकती है। यदि कोई कोर्ट का केस है तो वहां पर आपको थोड़ा सा फायदा मिलता हुआ नजर आ सकता है। मंगल यहां पर बैठेंगे तो भाग्य स्थान को देखेंगे। अष्टम की दृष्टि सीधी आपके कर्म स्थान के ऊपर जा रही है।

मकर राशि: मकर राशि के लिए मंगल छठे भाव में आ जाएंगे। छठे भाव में मंगल का गोचर शुभ होता है। कोई भी पाप ग्रह तीसरे, छठे, 11वें में बहुत अच्छा फल करता है। मकर राशि चौथे भाव के स्वामी हो जाते हैं। चौथा भाव आपका सुख सान होता है। चौथे भाव का स्वामी अपने भाव से तीसरे भाव में आ गया है। इस दौरान आप कार खरीद सकते हैं। मदर की हेल्थ को लेकर कोई समस्या है तो वो भी दूर होगी। मंगल मकर राशि के जातकों के लिए 11थ हाउस के भी स्वामी बनते हैं। यहां मंगल की वृश्चिक राशि पड़ी हुई है। निश्चित तौर पर आए बढ़ाने का काम यहां पर मंगल करेंगे। हेल्थ ठीक रहेगी। आय में वृद्धि करेंगे और छठे भाव से संबंधित फलों को डेफिनेटली आपको फायदा पहुंचाएंगे। आपकी आय बढ़ती हुई नजर आ सकती है।

मंगल का गोचर बहुत अच्छा होने जा रहा है। सिंह राशि के बहुत सारे जातक जिनकी उम्र 30 से 40 साल के बीच है वो इस समय मंगल की महादशा से ही गुजर रहे हैं। महादशा नाथ का ग्यारहवें भाव में आकर शुभ शुभ गोचर में आ जाना बहुत अच्छा है। सिंह राशि के जातकों के लिए मंगल योगकारक ग्रह होते हैं। सिंह राशि के जातकों के लिए मंगल की मेष राशि भाग्य स्थान में है। कोई धार्मिक यात्रा की प्लानिंग हो सकती है। अध्यात्म की तरफ आप थोड़ा सा जा सकते हैं। इसके अलावा फोर्थ हाउस जो आपकी एसेट्स का भाव है। इस अवधि में आप बुद्धि विवेक के साथ काम करेंगे आपको थोड़ा सा  डिसीजन लेने में आसानी होगी। मंगल की चौथी दृष्टि धन भाव के ऊपर आती है। मंगल की अपनी राशि है मकर राशि जहां पर मंगल उच्च के हो जाते हैं और सिंह राशि जो मंगल की मित्र राशि है। जहां पर मंगल योगकारक हैं। इन तीन राशियों के लिए मंगल का गोचर 56 डेज का बहुत अच्छा होने जा रहा है।

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कर्क राशि: कर्क राशि के जातकों के लिए मंगल 12वें भाव में गोचर कर रहे हैं। मंगल का 12वें जाना चोट-चपेट लगवा सकता है। 12वां हॉस्पिटलाइजेशन का भाव होता है। 12वें भाव में पाप ग्रह का जाना खर्चा बढ़ा सकता है। ये खर्चे का भाव होता है। 12वें को मोक्ष का स्थान कहा जाता है इसलिए यहां पर आपको गाड़ी थोड़ी सी धीमी चलानी चाहिए। 12वें भाव में मंगल अच्छे नहीं है। आपके लिए मंगल योगकारक हैं। कर्क राशि के जातकों के लिए मंगल पंचम के भी स्वामी होते हैं और दशम के भी स्वामी होते हैं।

वृश्चिक राशि: यहां पर मंगल अष्टम भाव में गोचर करेंगे। अष्टम सडन लोस का भाव होता है, अष्टम दुर्घटना का भाव होता है। यहां पर जितने भी वृश्चिक राशि के जातक हैं उनके स्वामी का अष्टम में जाना अच्छा नहीं होता। सेहत को लेकर थोड़ा सा ध्यान रखना पड़ेगा। आपको खान-पीन को लेकर ध्यान रखना पड़ेगा। टेंपरामेंट को जरूर कंट्रोल रखिए। वृश्चिक राशि के जातक उनके ऊपर पहले से ही शनि की ढैया चल रही है। उसके ऊपर अष्टम में शनि का मंगल का आना और दूसरे भाव को दृष्टि देना।  दूसरे भाव के ऊपर मंगल की सीधी दृष्टि जा रही है। वृश्चिक राशि के जातकों की यदि प्रमोशन पेंडिंग है तो थोड़ी सी प्रमोशन डिले हो सकती है। मंगल तीसरे भाव को देख रहे हैं। भाई के साथ यदि कोई विवाद होता है किसी तरह की कोई कंट्रोवर्सी होती है तो कोशिश करिए कि सिचुएशन को थोड़ा सा अवॉइड कर दिया जाए।

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