Edited By Niyati Bhandari,Updated: 29 May, 2024 01:17 PM
प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष में आने वाली अष्टमी तिथि को मासिक कालाष्टमी का व्रत रखा जाता है। इस दिन शिव जी के रौद्र रूप भैरव बाबा की पूजा की जाती है। यह व्रत ज्येष्ठ माह में 30 मई 2024, गुरुवार को रखा जाने वाला है।
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Masik Kalashtami 2024: प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष में आने वाली अष्टमी तिथि को मासिक कालाष्टमी का व्रत रखा जाता है। इस दिन शिव जी के रौद्र रूप भैरव बाबा की पूजा की जाती है। यह व्रत ज्येष्ठ माह में 30 मई 2024, गुरुवार को रखा जाने वाला है। माना जाता है कि कालाष्टमी के दिन भैरव बाबा की पूजा करने और व्रत रखने से शनि और राहु के बुरे प्रभावों से मुक्ति मिलती है। साथ ही जीवन में सुख और समृद्धि बनी रहती है। तो आइये जानते हैं मासिक कालाष्टमी के शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजा विधि के बारे में-
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Kalashtami auspicious time कालाष्टमी शुभ मुहूर्त
ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि का प्रारंभ 30 मई 2024 को सुबह 11 बजकर 44 मिनट पर होगा। इसका समापन अगले दिन 31 मई 2024 को सुबह 9 बजकर 38 मिनट पर होगा। इस तरह मासिक कालाष्टमी व्रत 30 मई, गुरुवार को रखा जाएगा।
Importance of Kalashtami कालाष्टमी का महत्व
सनातन धर्म में कालाष्टमी व्रत का अपना एक अलग स्थान है। इस दिन भगवान शिव के रौद्र रूप भैरव बाबा की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन बाबा काल भैरव की आराधना करने से भैरव बाबा प्रसन्न होकर हर तरह की सुख-सुविधाएं देते हैं और दुखों का नाश करते हैं।
Method of worshiping Kalashtami कालाष्टमी पूजा विधि
कालाष्टमी के दिन सुबह उठकर स्नान करने के बाद साफ-सुथरे वस्त्र धारण करें।
अब अपने घर के मंदिर को अच्छे से साफ कर लें और एक चौकी पर भैरव बाबा की मूर्ति स्थापित करें।
फिर उनका पंचामृत से अभिषेक करें और चंदन का तिलक लगाएं।
अब भैरव बाबा को फल और मिठाई का भोग लगाएं।
भगवान भैरव के समक्ष घी का दीपक जलाएं और उनके मंत्रों का जाप करें।
अंत में भैरव बाबा की आरती करें और प्रसाद बांट दें।