Edited By Niyati Bhandari,Updated: 08 Jun, 2021 01:55 AM
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हिंदू पंचाग के अनुसार हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी यानी 14वें दिन मासिक शिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। आज यानी 21 अप्रैल, मंगलवार को मासिक शिवरात्रि का पर्व है। मान्यता है की इस दिन जो व्यक्ति
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Masik Shivaratri 2021: हिंदू पंचाग के अनुसार हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी यानी 14वें दिन मासिक शिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। आज यानी 8 जून, मंगलवार को मासिक शिवरात्रि का पर्व है। मान्यता है की इस दिन जो व्यक्ति शिव चालीसा का पाठ करता है, भोले बाबा उस पर बहुत प्रसन्न होते हैं और उसे महावरदान प्रदान करते हैं।
वैसे तो इस दिन व्रत किए जाने का विधान है लेकिन अगर आप व्रत नहीं रख सकते तो शिव चालीसा का पाठ सुबह-शाम जरुर करें। ऐसा करने से आपको सभी कार्यों में विजय प्राप्त होगी और मार्ग में आने वाले सभी संकट समाप्त हो जाएंगे। शिव चालीसा में 40 पंक्तियां हैं। जो बहुत ही सरल शब्दों में लिखि गई है। मूढ़ बुद्धि वाला व्यक्ति भी उसे सरलता से पढ़ सकता है।
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Shiv chalisa इस सरल विधि से करें शिव चालीसा का पाठ
सूर्योदय से पहले बिस्तर का त्याग कर दें। स्नान के जल में गंगा जल मिलाएं। शुद्ध होने के बाद साफ कपड़े पहनें। अब अपना मुंह पूर्व दिशा में करके कुशा के आसन पर बैठ जाएं। पूजा में सफेद चंदन, चावल, कलावा, धूप-दीप, पीले फूल या फूलों की माला संभव हो तो सफेद आक के 11 फूल भी रखे। शुद्ध मिश्री या मौसमी फलों को भोग के लिए रखें।
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शिव चालीसा का पाठ आरंभ करने से पहले धूप-दीप जलाएं। पास में शुद्ध जल से भरा कलश रखें, उसमें कुछ बूंदे गंगा जल की भी डाल दें। अब ऊंचे स्वर में शिव चालिसा का पाठ करना आरंभ करें। आपके ऐसा करने से जितने लोगों के ये कानों तक जाएगा, उनको भी महादेव का आशीष प्राप्त होगा।
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जब पाठ पूरा हो जाए तब भगवान शिव की आरती करें। फिर कलश के जल का सारे घर में छिड़काव करें। इससे सारी नकारात्मकता सकारात्मकता में परिवर्तित हो जाएगी। ऊपरी शक्तियों का नाश होगा। बाकी का बचा जल सारे परिवार को पीने के लिए दें और स्वयं भी पीएं। इस जल के प्रभाव से सभी तरह के रोग-शोक नष्ट होते हैं। भोग स्वरुप मिश्री या फल जो भी आपने रखा था, उसे सारे परिवार में बांट दें, अंत में खुद ग्रहण करें।