Edited By Prachi Sharma,Updated: 07 Sep, 2024 08:10 AM
माथेरान महाराष्ट्र का एक छोटा-सा मगर खूबसूरत पर्यटन स्थल है जो रायगढ़ जिले में स्थित है। माथेरान का अर्थ होता है ‘पर्वतों के मस्तक पर जंगल’। लगभग 2650 फुट की ऊंचाई पर बसा यह
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Matheran Hill Station: माथेरान महाराष्ट्र का एक छोटा-सा मगर खूबसूरत पर्यटन स्थल है जो रायगढ़ जिले में स्थित है। माथेरान का अर्थ होता है ‘पर्वतों के मस्तक पर जंगल’। लगभग 2650 फुट की ऊंचाई पर बसा यह पर्यटन स्थल पश्चिमी घाट शृंखला के पहाड़ी क्षेत्र में बसा है। बड़े व्यस्त शहरों से माथेरान की निकटता इसे सप्ताहांत पर शीघ्र आश्रय स्थल बनाती है। रोजमर्रा की भागदौड़, बड़े शहरों की भीड़, ट्रैफिक, प्रदूषण या फिर चिलचिलाती धूप और उमस भरी गर्मी की मार से उपजी थकान हो, माथेरान में हर समस्या का समाधान हो जाता है। मुम्बई से लगभग 80 किलोमीटर तथा पुणे से 120 किलोमीटर की दूरी पर स्थित माथेरान नजदीकी और सुलभ हिल स्टेशन होने के कारण वर्ष भर पर्यटकों को लुभाता है। अन्य पर्यटन स्थलों की तरह माथेरान में भी अनेक दर्शनीय स्थल हैं जो क्षितिज के मंत्रमुग्ध कर देने वाले दृश्य प्रस्तुत करते हैं।
यहां पूरे साल वातावरण खुशनुमा रहता है। यहां जाने का सबसे अच्छा समय अक्तूबर से मई का है अगर आप यहां ठंड का मजा लेना चाहते हैं तो नवम्बर से फरवरी के बीच भी जा सकते हैं। शिमला या कश्मीर की तरह माथेरान की पहाड़ियों पर न तो बर्फ देखने को मिलती है और न ही यहां सर्द हवा के झोंके चलते हैं फिर भी पर्यटक माथेरान को ‘धरती का स्वर्ग’ कहते हैं।
यहां का प्रदूषण रहित शांत वातावरण और मनोहारी दृश्य पर्यटकों का मन मोह लेता है। माथेरान भारत का एकमात्र ऐसा हिल स्टेशन है जहां वाहन ले जाना प्रतिबंधित है। यहां पर दस्तूरी प्वाइंट तक ही वाहन से जाया जाता है, आगे के लिए ट्रैकिंग करते हुए यानी पैदल या घोड़े की सवारी जैसे दूसरे विकल्प आप चुन सकते हैं। माथेरान में पहाड़ियों के बीच टेढ़े-मेढ़े घुमावदार ट्रैक पर चलने वाली टॉय ट्रेन आपको रोमांचक नजारों से रू-ब-रू कराती है। यह एशिया का एकमात्र ऐसा हिल स्टेशन है जहां ट्रैकिंग करते हुए जा सकते हैं।
प्रमुख दर्शनीय स्थल
चारलोट झील : माथेरान का प्रसिद्ध छुट्टी का स्थान यह झील पिसर्नाथ मंदिर से घिरी है जो इसके दाहिनी ओर स्थित एक प्राचीन मंदिर है जहां साल भर अनेक भक्त आते हैं। मानसून के समय में इसके सबसे प्रिय स्थान इस झील में लुईस प्वाइंट और इको प्वाइंट हैं।
प्रक्युपाइन प्वाइंट : यह सनसैट प्वाइंट के नाम से भी प्रसिद्ध है। इसका नाम प्रक्युपाइन पक्षी के नाम पर पड़ा जो कहा जाता है कि अदृश्य है। पास ही कैथेड्रल चट्टान एक अन्य आकर्षण है जिसे यहां से देखा जा सकता है। इस स्थान से सूर्यास्त और प्रबलगढ़ किले का शानदार दृश्य देखा जा सकता है।
ऐतिहासिक सीढ़ी : ऐतिहासिक सीढ़ी को छत्रपति शिवाजी महाराज की सीढ़ी के नाम से भी जाना जाता है। माथेरान क्षेत्र के प्रमुख आकर्षणों में से एक यह स्थान वन ट्री हिल प्वाइंट से माथेरान घाटी को जोड़ने वाली कड़ी है जिसका आकार सीढ़ीनुमा है।
हार्ट प्वाइंट : हार्ट प्वाइंट हरे मैदानों और आसपास के क्षेत्र के शांतिपूर्ण गांवों का एक विहंगम दृश्य प्रस्तुत करता है। सामान्य जीवन की निंद्रा से दूर यह स्थान शांत और ठीक है और इसका शांत वातावरण अपने प्रियजन के साथ एक शांत शाम बिताने के लिए या विश्राम करने के लिए सही जगह बनाता है।
प्रबल किला : प्रबल किला मराठा शासनकाल और मुगल काल के समय का एक ऐतिहासिक महत्व का महत्वपूर्ण किला रहा है। यह किला खजाने के लिए प्रसिद्ध है और उस समय के लिए जब शिवजी महाराज ने इस पर कब्जा कर लिया था।
वन ट्री हिल प्वाइंट : शहर की दक्षिण दिशा में यह स्थल है। पहाड़ी पर सिर्फ एक ही वृक्ष है जिसके कारण इसे वन ट्री हिल प्वाइंट के नाम से पुकारा जाता है। इस पहाड़ी से एक मार्ग शिवाजी सीढ़ियों की ओर जाता है।
रामबाग : इस स्थान के बारे में कहा जाता है कि यहां शिवाजी अपने साहसिक अभियानों के दौरान यहां बनी सीढिय़ों का प्रयोग करते थे। घने जंगल के बीच बनी ये सीढ़ियां यहां का मुख्य आकर्षण का केंद्र है। यह रास्ता लगभग 1.5 किलोमीटर का है जो ट्रैकिंग करते हुए यहां पहुंचने वाले रास्तों में प्रमुख व ज्यादा उपयोग किया जाने वाला है।
पैनोरमा प्वाइंट : यह एक ऐसा प्वाइंट है जो सम्पूर्ण क्षेत्र का 360 डिग्री का दृश्य प्रस्तुत करता है। इस स्थान से सूर्योदय और सूर्यास्त को देख आप मुग्ध हो जाएंगे।
ऐसे पहुंचे माथेरान
नेरल रेलवे स्टेशन से टॉय ट्रेन या शेयरिंग टैक्सी से माथेरान तक पहुंच सकते हैं। राज्य के सभी प्रमुख शहरों से सार्वजनिक और निजी बसें माथेरान की पहाड़ी के नीचे तक पहुंचती हैं।