Edited By Niyati Bhandari,Updated: 04 May, 2020 07:45 AM
हिन्दू पंचांग की मान्यता के अनुसार आज 3 मई, रविवार वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि है। आज ही के दिन भगवान श्रीहरि विष्णु ने देवताओं की रक्षा के लिए मोहिनी अवतार लिया था।
Mohini Ekadashi 2020: हिन्दू पंचांग की मान्यता के अनुसार आज 3 मई, रविवार वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि है। आज ही के दिन भगवान श्रीहरि विष्णु ने देवताओं की रक्षा के लिए मोहिनी अवतार लिया था। अत: इस पावन एकादशी को मोहिनी एकादशी के नाम से संबोधित किया जाता है। ग्रेगोरियन कैलेंडर पर दृष्टि डालें तो हम देखते हैं की यह एकादशी हर साल अप्रैल या मई माह में आती है।
श्रीहरि से बढ़कर अन्य कोई देव नहीं हैं और एकादशी तिथि एवं व्रत के समान दूसरा कोई व्रत नहीं है। जिस स्थान पर भागवत का पाठ होता है, भगवान विष्णु को खुश करने के लिए कीर्तन, मंत्र और नाम सिमरण किया जाता है और जहां भगवान का शालिग्राम शिला रूप स्थित होता है, वहां साक्षात भगवान विष्णु का वास होता है। एकादशी की रात भक्तियुक्त चित्त से जागरण करें। नृत्य, संगीत, वाघ, धार्मिक उपाख्यान तथा श्री विष्णु संबंधी कथा वार्ता आदि के द्वारा रात्रि व्यतीत करें ।
इस मंत्र सिमरण से पहले स्नान से पवित्र होकर श्रीकृष्ण को मात्र गंध, फूल चढ़ाकर माखन का भोग लगाएं और नीचे लिखा मंत्र जप कर धूप, दीप से आरती करें। एकादशी पर इस मंत्र का जाप, श्रीकृष्ण पूजा और आरती करने से अपार सुख-संपत्ति, ऐश्वर्य और वैभव प्राप्त होता है।
मंत्र - ऊँ क्लीं कृष्णाय गोविन्दाय गोपीजनवल्लभाय स्वाहा।
विशेष- भगवान विष्णु का वात्सल्य और प्रेम पाने के लिए एकादशी व्रत अवश्य करने चाहिए।