Edited By Sarita Thapa,Updated: 06 Jan, 2025 11:52 AM
Monsoon Mandir: देशभर में कई ऐसे प्राचीन और प्रमुख मंदिर हैं, जो अपनी अलग-अलग मान्यताओं के लिए जाने जाते हैं। ऐसा ही एक मंदिर उत्तर प्रदेश के शहर कानपुर से लगभग तीन किलोमीटर की दूरी पर बसे बेहटा गांव में स्थित है।
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Monsoon Mandir: देशभर में कई ऐसे प्राचीन और प्रमुख मंदिर हैं, जो अपनी अलग-अलग मान्यताओं के लिए जाने जाते हैं। ऐसा ही एक मंदिर उत्तर प्रदेश के शहर कानपुर से लगभग तीन किलोमीटर की दूरी पर बसे बेहटा गांव में स्थित है। जो बारिश आने की पूर्व भविष्यवाणी करने के लिए प्रसिद्ध है। इस मंदिर में प्राचीन काल से ही जगन्नाथ की मूर्ति स्थापित है। इसलिए इसे जगन्नाथ मंदिर या मानसून मंदिर के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर के आस-पास रहने वाले का दावा है कि यह मंदिर लगभग 4000 साल पुराना है। इस मंदिर के बारे में यह भी कहा जाता है कि चिलचिलाती धूप में भी भवन की छत से पानी टपकता है, जबकि बारिश होने पर छत से पानी टपकना बंद हो जाता है। तो आइए जानते हैं इस मंदिर से जुड़ी कुछ और खास रहस्य के बारे में-
मौसम की भविष्यवाणी करता है यह मंदिर
उत्तर प्रदेश के शहर कानपुर से लगभग तीन किलोमीटर की दूरी पर बसे बेहटा गांव में स्थित मंदिर को जगन्नाथ या मानसून मंदिर के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर में भगवान जगन्नाथ की मूर्ति के अलावा अन्य कई भगवानों की मूर्तियां भी विराजमान है। यह उत्तर भारत का एक इकलौता मंदिर है, जहां पूरे श्रद्धा भाव से बहुत दूर-दूर से लोग दर्शन करने के लिए आते हैं। यह मंदिर अपने अनोखे और अनसुलझे रहस्य को लेकर पूरी दुनिया में बहुत प्रसिद्ध है।
मंदिर की गुंबद से टपकने लगती है बूंदें
कानपुर शहर से करीब 55 किलोमीटर की दूरी पर में भगवान जगन्नाथ का अद्भुत मंदिर स्थापित है। गोल गुंबद और सांची के स्तूप की शक्ल में बना यह मंदिर पूरे भारत में अनोखा है। यह मंदिर सामने से देखने में पूरा गुंबद की तरह लगता है। यह मंदिर बारिश के आने की भविष्यवाणी करता है। जैसे ही मानसून की शुरुआत होती है। वैसे ही इसके गुंबद में लगा पत्थर भीग जाता है। यहां से अनुमान लगाया जाता है कि पत्थर पर पानी बूंदों का रूप लेने लगता है तो इसे सामान्य बारिश होने का संकेत मिल जाता है। वहीं अगर पत्थर से ज्यादा बूंदें टपकने लगती हैं तो इससे अच्छी बारिश का अनुमान लगाया जाता है। इसलिए इसे मानसून की दिशा और दशा बताने वाला मंदिर कहा जाता है।