Edited By Prachi Sharma,Updated: 15 Dec, 2023 04:02 PM
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सिंध नदी पर सेवढ़ा में सनकुआ के निकट अत्यधिक सौंदर्य वाला जलप्रपात स्थित है। दतिया स्थित सनकुआ धाम सिंध नदी के तट पर स्थित सुप्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक
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Beautiful waterfall: सिंध नदी पर सेवढ़ा में सनकुआ के निकट अत्यधिक सौंदर्य वाला जलप्रपात स्थित है। दतिया स्थित सनकुआ धाम सिंध नदी के तट पर स्थित सुप्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक है जिसका एक बहुत बड़ा कारण यहां आयोजित होने वाला दीवाली मेला है। सनकुआ कुंड में स्नान का विशेष महत्व माना गया है। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि एकमात्र ऐसा स्थान है जहां ब्रह्म के मानस पुत्रों, सनक, सनातन, सनंदन और सनतकुमार के मंदिर देखने को मिलते हैं।
ऐसा माना जाता है कि ब्रह्मपुत्र, सनत कुमार ने षट् रिपु का संहार इसी के तट पर किया था।
Mother of rivers नदियों का मायका
मध्य प्रदेश में 207 नदियों का उद्गम स्रोत है जिस कारण इस राज्य को नदियों का मायका भी कहा जाता है। सिंध नदी विदिशा जिले के मालवा पठार से आरंभ होती है और मध्य प्रदेश में गुना, अशोक नगर, शिवकुमारी, दतिया, ग्वालियर, मुरैना और भिंड जिलों से बहती हुई उत्तर व उत्तर-पूर्वी दिशा में आगे बढ़ती है तथा अंत में उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में यमुना नदी में मिल जाती है।
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सिंध एवं यमुना नदी का यह संगम चंबल-यमुना संगम के ठीक बाद होता है। सिंध नदी की कुल लम्बाई 470 किलोमीटर है जिसमें से 461 किलोमीटर मध्य प्रदेश में और केवल 9 किलोमीटर उत्तर प्रदेश में बहती है।
इस नदी के किनारे पतझड़ वाले वन कंटीली झाड़ियां पाई जाती हैं। केवल इस नदी के ही कारण इन वनों का विस्तार 120 किलोमीटर लम्बे चौड़े भू भाग पर है। सेवढ़ा के निकट ही सिंध के तट पर एक शिवलिंग स्थित है, जोकि मानव की मुखाकृति का है। ऐसा माना जाता है कि इसे अहीरों के प्राचीन राजकुल द्वारा पूजा जाता था। सिंध नदी की प्रमुख सहायक नदियां-पहुज, क्वारी और महुअर (समोहा) हैं।
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क्वारी नदी जिसे कुवारी या कुंआरी नदी भी कहा जाता है, मध्य प्रदेश के श्योपुर, मुरैना और भिंड जिलों से होकर बहती है। यह नदी देवपुरा गांव के पास से निकलती है। क्वारी नदी उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में सिंध नदी में मिल जाती है।
पहुज नदी उत्तर प्रदेश के झांसी शहर से होकर बहने वाली नदी है। इसे कई धार्मिक ग्रंथों में ‘पुष्पावती’ नाम से भी वर्णित किया गया है। यह बुंदेलखंड क्षेत्र से होकर बहती है और उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा की विभाजित करने में प्रमुख भूमिका निभाती है।
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महुअर नदी, सिंध नदी की एक छोटी सहायक नदी है। महुअर को स्थानीय रूप से समोहा नदी के रूप में भी जाना जाता है। यह करेरा वन्य जीव अभ्यारण्य से होकर गुजरती है। शिवपुरी जिले में सिंध नदी पर मणिखेड़ा बांध का निर्माण किया गया है। इसके नीचे की ओर मोहिनी सागर नामक एक पिकअप वियर स्थित है।
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