Edited By Niyati Bhandari,Updated: 12 May, 2024 09:43 AM
एक मां के लिए यह बहुत सहज है कि वह अपने बच्चों के लिए अधिक से अधिक करना चाहे और यही प्रेम का लक्षण है। प्रेम में आपको यह
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Mothers day: एक मां के लिए यह बहुत सहज है कि वह अपने बच्चों के लिए अधिक से अधिक करना चाहे और यही प्रेम का लक्षण है। प्रेम में आपको यह लगता है कि आपने अपने बच्चों के लिए बहुत कम किया। आप कितना भी अधिक क्यों न कर लें, आपको लगता है कि आप और भी अधिक कर सकती हैं । वही वास्तविक प्रेम है ।
मां का प्रेम क्यों होता है विशेष
एक मां होते हुए कभी आपको ऐसा नहीं लगेगा कि आपने पर्याप्त कर लिया है। आप अपने बच्चे के लिए पर्याप्त कर ही नहीं सकती। यह भाव कि 'आपने पर्याप्त नहीं किया है' इसलिए होता है क्योंकि प्रेम कभी भी पूर्ण नहीं हो सकता, प्रेम अनंत है ।
दुनिया की कोई भी मां बुरी नहीं है
रामायण में एक प्रसंग आता है कि राम को मां कैकेयी के कारण वनवास हो गया और उनका जीवन कष्टमय हो गया। लेकिन यह दृष्टिकोण सही नहीं है। इस दुनिया में कोई भी मां बुरी नहीं होती। हर मां हमेशा अच्छी ही होती है।
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मां कैकेई ने क्यों भेजा था श्री राम को वन ?
कैकेयी का अर्थ है 'वह जो सदैव निःस्वार्थ भाव से सबको देती रहती है।'
क्या आप यह समझते हैं कि कैकेयी बहुत बुरी मां थीं ?
आपको लगता है कि वह इतनी स्वार्थी थीं कि अपने पुत्र भरत के राज्याभिषेक के लिए उन्होंने श्री राम को वनवास भेज दिया। नहीं, ऐसा नहीं है। राम, कैकेयी को अतिप्रिय थे। कैकेयी के लिए राम, उनके ‘प्राण’ थे। राम को वनवास भेजने के कारण कैकेयी को अपने बेटे से भी अपशब्द सुनना पड़ा, सारी दुनिया की गाली लेनी पड़ी।
कैकेयी ने राम को वनवास इसलिए दिया क्योंकि वह जानती थीं कि "राम कोई साधारण व्यक्ति नहीं थे। राम का जन्म किसी विशेष कारण से हुआ था। राम को समाज में बहुत से भलाई के कार्य करने थे और समाज के कई वंचित वर्ग के लोग, राम जैसे मर्यादा पुरुषोत्तम और सत्य और निष्ठा का पालन करने वाले आदर्श योद्धा की प्रतीक्षा कर रहे थे।"
मां कौशल्या ने अधिकार होते हुए भी राम को वनवास जाने से क्यों नहीं रोका ?
जब राम, मां कौशल्या के पास वन जाने की आज्ञा लेने के लिए गए, तब मां कौशल्या की आंखों में आंसू थे और उन्होनें राम से कहा कि ‘यदि तुम्हारे पिता ने तुम्हें वनवास दिया है तो मैं रानी हूं, मेरे पास ज्यादा अधिकार हैं, मैं वनवास का आदेश काट सकती हूं और तुम्हें राज्य सौंप सकती हूं । मैं तुम्हारे पिता की बात का उल्लंघन कर सकती हूं लेकिन यदि मां कैकेयी ने तुम्हें वनवास दिया है तो तुम ज़रूर जंगल चले जाना।"
क्योंकि कौशल्या यह बात जानती थीं कि राम कैकेयी को अतिप्रिय थे और यदि कैकेयी ने राम को वनवास दिया है तो किसी बड़ी भलाई के लिए ही किया होगा ।
कैकेयी क्यों हैं रामायण की मुख्य पात्र
रामायण इसलिए एक ग्रंथ बना क्योंकि उसमें राम ने वनवास जाकर 14 वर्षो तक अनेकों भलाई के कार्य किए। बहुत से पीड़ित लोगों को न्याय दिलाया। समाज के सभी वर्गों को बिना भेद-भाव किए अपने साथ जोड़ा। सबसे बड़ी बात बहुत ही अहंकारी और असुर राजा रावण के प्रभाव से संसार को मुक्त किया। अब मान लीजिये कि रामायण से वनवास का भाग ही निकाल दें तो पूरे रामायण में कुछ बचेगा ही नहीं। यह एक साधारण कहानी होती कि 'कोई एक राजा थे। उन्होंने आराम से राज्य किया फिर एक दिन उनकी मृत्यु हो गयी।
अब इस तरह से रामायण में न सीता का हरण हुआ होता, न रावण का वध हुआ होता और न ही हनुमान जी मिले होते, न ही कोई अन्य घटना घटी होती। इसलिए रामायण का सबसे मुख्य अंश है, श्री राम का वनवास और इस तरह से देखा जाए तो रामायण की सबसे बड़ी पात्र कैकेयी हैं क्योंकि यदि उन्होंने श्री राम को वनवास न दिया होता तो रामायण इतना आदर्श ग्रंथ न बन पाता।
मां होना एक मनोभाव है
मां होना एक मनोभाव है। आप हर किसी के लिए एक मां जैसा मनोभाव रख सकते हैं। आप दुनिया के उन सभी बच्चों के लिए मां बन सकते हैं, जिनके आप माता-पिता नहीं हैं ।
मदर्स डे, सभी माताओं के धैर्य का उत्सव मनाता है। मां अपने बच्चों से इसलिए कड़ाई बरतती है ताकि बच्चों को भविष्य में परेशानियां न झेलनी पड़ें। यह सब वह करुणा के कारण, प्रेम के कारण करती है । तो माताओं के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए केवल एक दिन पर्याप्त नहीं है, बल्कि यह वर्ष के हर दिन मनाया जाना चाहिए।