Edited By Jyoti,Updated: 26 Aug, 2021 05:45 PM
एक बार जार्ज वाशिंगटन अपने मित्रों तथा अन्य उच्चाधिकारियों के साथ कहीं जा रहे थे। रास्ते में उन्हें एक हब्शी मिला। उसने वाशिंगटन को देखते ही अपनी टोपी उतार ली और उनका अभिवादन करने लगा।
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एक बार जार्ज वाशिंगटन अपने मित्रों तथा अन्य उच्चाधिकारियों के साथ कहीं जा रहे थे। रास्ते में उन्हें एक हब्शी मिला। उसने वाशिंगटन को देखते ही अपनी टोपी उतार ली और उनका अभिवादन करने लगा।
वाशिंगटन ने भी ठीक उसी तरीके से अपनी टोपी उतार कर उसके अभिवादन का उत्तर दिया। यह सब देख रहे उनके मित्रों को उनका यह व्यवहार कुछ अजीब-सा लगा।
कुछ दूर जाने के बाद उनके मित्रों ने पूछा, ‘‘आप भी अजीब हैं, उस काले आदमी के प्रति इस तरह स मान प्रदर्शित करते हैं, इसकी क्या आवश्यकता थी?’’
इस पर वाशिंगटन बोले, ‘‘मित्रो। उस बेचारे अशिक्षित आदमी ने मुझे देखकर इतनी स यता दिखाई तो मैं उसके सामने अस य व्यवहार कैसे कर सकता था? जरा विचार करो मैं उसके सामने कितना अच्छा सिद्ध हो जाता।’’
इस प्रसंग का सार यह है कि चाहे हम कितने भी ऊंचे पद या स्थान पर पहुंच जाएं, सभी का स मान करना न भूलें। हमारा व्यवहार ही संस्कार और सभ्यता को प्रदर्शित करता है।