Edited By Niyati Bhandari,Updated: 11 Jan, 2023 09:12 AM
पिता जी से गिफ्ट आप बेटे हैं और आपके पिता में कोई बुरी आदत (सिगरेट पीने आदि की) है तथा आप उसे सुधारना चाहते हैं तो मेरी एक बात मानिए
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
पिता जी से गिफ्ट
आप बेटे हैं और आपके पिता में कोई बुरी आदत (सिगरेट पीने आदि की) है तथा आप उसे सुधारना चाहते हैं तो मेरी एक बात मानिए-जब आपका जन्मदिन हो और आपके पिता आपसे कोई गिफ्ट मांगने के लिए कहें तो गिफ्ट में कोई ड्रैस, सैलफोन, बाइक नहीं मांगना, बल्कि मौके का फायदा उठाकर कहना, ‘‘पिता जी, बस आज से सिगरेट पीना छोड़ दीजिए, यही मेरा बर्थ डे गिफ्ट होगा। पिता जी, आपको मालूम है यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है फिर भी आप...। पिता जी, मैं आपको खोना नहीं चाहता। आई लव यू सो मच पिता जी।’’
यह गिफ्ट तुम्हें और तुम्हारे पिता जी के लिए यादगार बन जाएगा।
1100 रुपए मूल्य की जन्म कुंडली मुफ्त में पाएं। अपनी जन्म तिथि अपने नाम, जन्म के समय और जन्म के स्थान के साथ हमें 96189-89025 पर व्हाट्सएप करें
तीन शब्द जीवन के लिए महत्वपूर्ण हैं- विकृति, प्रकृति और संस्कृति। दूसरों की रोटी छीन कर खाना यह विकृति है। भूख लगने पर अपनी रोटी खाना यह प्रकृति है और स्वयं भूखे रह कर दूसरे को अपनी रोटी खिलाना यह संस्कृति है। जैन धर्म मनुष्य को विकृति से प्रकृति और प्रकृति से संस्कृति की ओर ले जाता है, जिसकी आकृति सुंदर हो और प्रकृति खराब, वह आदमी नहीं राक्षस है। तन सुंदर हो और मन मैला हो, वह इंसान नहीं बगुला है।