Edited By Niyati Bhandari,Updated: 04 Nov, 2024 11:39 AM
अमीर वह नहीं जिसके पास अथाह सम्पत्ति है बल्कि वह है जिसके पास अपने मां-बाप की सेवा करने के लिए समय है, अमीर वह नहीं जो रोज हजारों-लाखों में खेलता है।
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असली अमीर कौन
अमीर वह नहीं जिसके पास अथाह सम्पत्ति है बल्कि वह है जिसके पास अपने मां-बाप की सेवा करने के लिए समय है, अमीर वह नहीं जो रोज हजारों-लाखों में खेलता है बल्कि वह है जो बच्चों में बच्चों जैसा होकर खेलता है। अमीर वह नहीं जो आलीशान बंगले में गुदगुदे गद्दों पर सोता है बल्कि वह है जिसे रात सोने के लिए नींद की गोली और सुबह जागने के लिए घड़ी के अलार्म की जरूरत नहीं पड़ती। जो संतुष्ट है वह अमीर है, जिसकी पत्नी सुशील और बच्चे आज्ञाकारी हैं वह अमीर है। जो सेहतमंद है, जो अक्लमंद है वह अमीर है।
इंसान पर भरोसा
यह जानकर शायद कुछ लोगों को थोड़ा अचरज हो लेकिन यह हकीकत है कि मैं भगवान से ज्यादा भरोसा इंसान पर करता हूं। भगवान को मैंने देखा नहीं है और देखा भी है तो इंसान के रूप में ही देखा है और वह इंसान ही तो है जो अपने को तपा-खपा कर एक दिन भगवान बना लेता है। यह मेरा नहीं, भगवान महावीर का वक्तव्य है। इंसान एक सुषुप्त देवता है। बस इंसान को जगाने की जरूरत है।
देह में बसा मंदिर
मंदिर तुम्हारा ही प्रतिरूप है। देह रूपी मंदिर में विदेही परमात्मा बैठा है। उस परमात्मा को पहचानना ही इस देह मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा है।