Edited By Niyati Bhandari,Updated: 06 May, 2024 09:46 AM
महादेव शिव को सिर्फ भारत और श्रीलंका में ही नहीं पूजा जाता बल्कि विश्व में अनेकों देश ऐसे हैं, जहां भगवान शिव की प्रतिमा या उनके प्रतीक
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Mysterious cases of Shivling:- महादेव शिव को सिर्फ भारत और श्रीलंका में ही नहीं पूजा जाता बल्कि विश्व में अनेकों देश ऐसे हैं, जहां भगवान शिव की प्रतिमा या उनके प्रतीक शिवलिंग की पूजा का प्रचलन है। पहले दुनिया भर में भगवान शिव हर जगह पूजनीय थे, इस बात के हजारो सबूत आज भी वर्तमान में हमें देखने को मिल सकते हैं।
Shivalinga in Rome रोम में शिवलिंग :- प्राचीन काल में यूरोपीय देशों में भी भगवान शिव और उनके प्रतीक शिवलिंग की पूजा का प्रचलन था। इटली का शहर रोम दुनिया के प्राचीनतम शहरों में से एक है। रोम में प्राचीन समय में वहां के निवासियों द्वारा शिवलिंग की पूजा ”प्रयापस” के रूप में की जाती थी। रोम के वेटिकन शहर में खुदाई के दौरान भी एक शिवलिंग प्राप्त किया गया। जिसे ग्रेगोरियन इट्रस्केन म्यूजियम में रखा गया है।
इटली के रोम शहर में स्थित वेटिकन शहर का आकार भगवान शिव के आदि-अनादि स्वरूप शिवलिंग की तरह ही है, जो की एक आश्चर्य प्रतीत होता है। हाल ही में इस्लामिक राज्य द्वारा नेस्तनाबूद कर दिए गए प्राचीन शहर पलमायरा नीमरूद आदि नगरों में भी शिव की पूजा से संबंधित अनेक वस्तुओं के अवशेष मिले हैं।
Shivalinga in ancient civilization प्राचीन सभ्यता में शिवलिंग :- पुरातात्विक निष्कर्षों के अनुसार प्राचीन शहरों मेसोपोटेमिया और बेबीलोन में भी शिवलिंग के पूजे जाने के प्रमाण पाए गए है। इसके अलावा मोहनजोदड़ो और हड़प्पा सभ्यता में भी भगवान शिव की पूजा से संबंधित वस्तुओं के अवशेष मिले हैं। जब भिन्न-भिन्न सभ्यताओं का जन्म हो रहा था, उस समय सभी लोग प्रकृति और पशुओं पर ही निर्भर थे इसलिए वह प्राचीन समय में भगवान शिव की पशुओं के संरक्षक पशुपति देवता के रूप में पूजा करते थे।
Ancient Shivalinga in Ireland आयरलैंड में प्राचीन शिवलिंग :- आयरलैंड के तार हिल स्थान पर भगवान शिव के शिवलिंग के भांति एक लम्बा अंडाकार रहस्यमय पत्थर रखा गया है। जिसे यहां के लोगों द्वारा भाग्य प्रदान करने वाले पत्थर के रूप में पुकारा जाता है। फ्रांसीसी भिक्षुओं द्वारा 1632 से 1636 ईस्वी के बीच लिखित एक प्राचीन दस्तावेज के अनुसार इस पत्थर को इस स्थान पर चार अलौकिक लोगों द्वारा स्थापित किया गया था।
Shivalinga in Africa अफ्रिका में शिवलिंग :- साउथ अफ्रीका की सुद्वारा नामक एक गुफा में पुरातत्वविदों को महादेव शिव के शिवलिंग का लगभग 6000 वर्ष पुराना शिवलिंग प्राप्त हुआ है। जिसे कठोर ग्रेनाइट पत्थर से निर्मित किया गया था। इस शिवलिंग को खोजने वाले पुरातत्व विभाग के लोग इस बात को लेकर हैरान है कि आखिर ये शिवलिंग अब तक कैसे सुरक्षित रह सकता है।
आचार्य पंडित सुधांशु तिवारी
प्रश्न कुण्डली विशेषज्ञ/ ज्योतिषाचार्य
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