Edited By Niyati Bhandari,Updated: 25 May, 2021 05:52 AM
वैसे तो देश के हर कोने में भगवान नरसिंह की पूजा होती है लेकिन खासतौर पर दक्षिण भारत में भगवान नरसिंह को वैष्णव संप्रदाय के लोग संकट के समय रक्षा करने वाले देवता के रूप में पूजते हैं।
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Narsingh Jayanti 2021: वैसे तो देश के हर कोने में भगवान नरसिंह की पूजा होती है लेकिन खासतौर पर दक्षिण भारत में भगवान नरसिंह को वैष्णव संप्रदाय के लोग संकट के समय रक्षा करने वाले देवता के रूप में पूजते हैं। नरसिंह जयंती वैशाख महीने की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को मनाई जाती है। हिन्दू धर्म में इस दिन का बड़ा महत्व है। इस बार यह 25 मई दिन मंगलवार को मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान नरसिंह भगवान विष्णु के चौथे अवतार माने जाते हैं।
Narasimha jayanti puja vidhi पूजा विधि
प्रात:काल उठकर सभी कामों से निवृत्त हो जाएं। दोपहर के समय तिल, गोमूत्र, मिट्टी और आंवले को शरीर पर मलकर शुद्ध जल से स्नान करें। पूजा के स्थान को साफ कर भगवान नरसिंह के चित्र के सामने दीपक जलाएं और उन्हें प्रसाद एवं लाल फूल अर्पित करें।
इसके बाद अपनी मनोकामना का ध्यान करके भगवान नरसिंह के मंत्रों का जाप करें।
Bhagwan Narasimha Puja Mantra भगवान नृसिंह के मंत्र
एकाक्षर नृसिंह मंत्र- क्ष्रौं
त्र्यक्षरी नृसिंह मंत्र - ॐ क्ष्रौं ॐ
षडक्षर नृसिंह मंत्र- आं ह्रीं क्ष्रौं क्रौं हुं फट्
अष्टाक्षर नृसिंह- जय-जय श्रीनृसिंह
आठ अक्षरी लक्ष्मी नृसिंह मन्त्र- ॐ श्री लक्ष्मी-नृसिंहाय
दस अक्षरी नृसिंह मन्त्र- ॐ क्ष्रौं महा-नृसिंहाय नम:
तेरह अक्षरी नृसिंह मन्त्र- ॐ क्ष्रौं नमो भगवते नरसिंहाय
नृसिंह गायत्री- ॐ उग्र नृसिंहाय विद्महे, वज्र-नखाय धीमहि। तन्नो नृसिंह: प्रचोदयात्।
नृसिंह गायत्री- ॐ वज्र-नखाय विद्महे, तीक्ष्ण-द्रंष्टाय धीमहि। तन्नो नारसिंह: प्रचोदयात्।।
जाप मध्य रात्रि में करना सबसे शुभ माना जाता है। व्रत के दिन फलाहार करें और अगले दिन किसी जरूरतमंद व्यक्ति को अन्न-वस्त्र का दान करके अपने व्रत का समापन करें।
Narsingh Jayanti 2021 Shubh Muhurat शुभ मुहूर्त
25 मई दिन मंगलवार को पड़ रही नरसिंह जयंती के लिए सायंकाल पूजा का शुभ समय दोपहर 4 बजकर 26 मिनट से शाम 7 बज कर 11 मिनट तक रहेगा।