Edited By Jyoti,Updated: 05 May, 2020 07:04 PM
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अपनी वेबसाइट के माध्यम से हम आपको आगामी आने वाले सभी त्यौहार आदि के बारे में जानकारी देते रहते हैं। इसी जानकारी की मदद से न केवल आपको देवी देवताओं के बारे में जानने का अवसर मिलता बल्कि इस जावकारी से आप ये भी जान पाते हैं कि कैसे आप अपने इष्ट तो प्रसन्न कर सकते हैं। 06 मई, वैसाख मास की चतुर्दशी को नरसिंह जंयती का पर्व मनाया जाएगा। पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान विष्णु का ये चौथा अवतार है जो उन्होंने अपने प्रिय भक्त प्रह्लाद के लिए लिया था। कहा जाता है इनकी आराधना से सभी प्रकार के संकटों से राहत मिलती है साथ ही साथ हर तरह के भय से तथा शत्रुओं से छुटकारा मिलता है। परंतु ये सब तब संभव हो पाता है जब जातक इनकी पूजा पूरे मन से करता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन सच्चे भाव से पूजा की जाए तो श्री हरि विष्णु भगवान की कृपा से सभी मनोरथ सिद्ध हो जाते हैं।
तो अगर आप कठिन से कठिन परिस्थिति से निकलना चाहते हैं, शत्रुओं का नाश चाहते हैं एवं अपने कार्यों में शुभ फल पाना चाहते हैं, तो नृसिंह जयंती के पावन दिन निम्न मंत्रों का जाप करें, इससे आपको मनवांछित फल की प्राप्ति होगी।
भगवान नृसिंह के सिद्ध मंत्र
एकाक्षर नृसिंह मंत्र : ''क्ष्रौं''
त्र्यक्षरी नृसिंह मंत्र : ''ॐ क्ष्रौं ॐ''
षडक्षर नृसिंह मंत्र : ''आं ह्रीं क्ष्रौं क्रौं हुं फट्''
अष्टाक्षर नृसिंह : ''जय-जय श्रीनृसिंह''
आठ अक्षरी लक्ष्मी नृसिंह मंत्र : ''ॐ श्री लक्ष्मी-नृसिंहाय''
दस अक्षरी नृसिंह मंत्र : ''ॐ क्ष्रौं महा-नृसिंहाय नम:''
तेरह अक्षरी नृसिंह मंत्र : ''ॐ क्ष्रौं नमो भगवते नरसिंहाय''
नृसिंह गायत्री - 1 : ''ॐ उग्र नृसिंहाय विद्महे, वज्र-नखाय धीमहि। तन्नो नृसिंह: प्रचोदयात्।
नृसिंह गायत्री - 2 : ''ॐ वज्र-नखाय विद्महे, तीक्ष्ण-द्रंष्टाय धीमहि। तन्नो नारसिंह: प्रचोदयात्।।''