Edited By Prachi Sharma,Updated: 08 Nov, 2023 07:17 AM
दुनिया में ऐसी बहुत सी इमारतें हैं, जो अपनी कारीगरी, चित्रकारी और वास्तु शिल्प के लिए दुनिया भर में मशहूर हैं। ऐसी ही एक इमारत है ईरान के
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Nasir Al Mulk Mosque: दुनिया में ऐसी बहुत सी इमारतें हैं, जो अपनी कारीगरी, चित्रकारी और वास्तु शिल्प के लिए दुनिया भर में मशहूर हैं। ऐसी ही एक इमारत है ईरान के शिराज प्रांत में स्थित नासिर अल-मुल्क मस्जिद। बाहर से देखने पर तो यह मस्जिद एक साधारण मस्जिद जैसी ही दिखाई देती है लेकिन अंदर जाने पर सबको इसका अद्भुत नजारा देखने को मिलता है। इस मस्जिद के वास्तुकारों ने इसे बहुत ही खूबसूरत ढंग से बनाया है। जैसे ही उगते हुए सूरज की किरणें इस पर पड़ती है अंदर का नजारा अद्भुत हो जाता है।
Construction निर्माण
नासिर अल मुल्क मस्जिद (गुलाबी मस्जिद) ईरान के शिराज प्रांत में है। इसका निर्माण ईरान के शासक मिर्जा हसन अली नासिर अल मुल्क ने करवाया था। मिर्जा यहां के कजर वंश के शासक थे। यह मस्जिद 1876 से 1888 के बीच बनी थी। मस्जिद का डिजाइन मोहम्मद हसन-ए-मिमार और मोहम्मद रजा ने बनाया था।
Carpet कार्पेट
इस मस्जिद में पर्शियन कार्पेट बिछाया गया है। रंगीन शीशों के अंदर से आने वाली रोशनी से इस कार्पेट पर बहुत सुंदर दृश्य नजर आता है। पर्शियन कार्पेट की यही सबसे बड़ी विशेषता है।
Beautiful dome खूबसूरत गुंबद
इस मस्जिद के गुंबद पर बहुत ही बारीक ढंग से नक्काशी की गई है। इसका काम मोजैक डोम इंटीरियर कहलाता है। दूर से देखने में ऐसा लगता है कि किसी ने बेहतरीन ढंग से इस पर चित्रकारी की है।
Stained glass inlay रंगीन शीशों पर जड़ाई
इस मस्जिद के सामने वाले हिस्से में रंगीन कांच की जड़ाई का काम हुआ है। जब उगते हुए सूर्य की किरणें इन कांचों से छन कर अंदर मस्जिद के फर्श पर पड़ती हैं, तो मस्जिद के अंदर जादू जैसा लगता है। जिस तरह का डिजाईन शीशे पर बना हुआ है, वैसे ही रंगीन फूल यहां फर्श पर बन जाते हैं।
Workmanship on walls दीवारों पर कारीगरी
इस मस्जिद की एक और खासियत इसकी दीवारों पर की गई रंगीन चित्रकारी है, जिसमें गुलाबी रंग का अधिकता से इस्तेमाल किया गया है। यह इसकी विशेषता है इसलिए इसे गुलाबी मस्जिद भी कहा जाता है।