Edited By Niyati Bhandari,Updated: 04 Oct, 2024 11:42 AM
Shardiya Navratri 2024: शारदीय नवरात्रि में देवी दुर्गा का स्वागत करना एक महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व है। इस दौरान भक्तों को कुछ विशेष उपाय और नियमों का पालन करना चाहिए ताकि देवी की कृपा प्राप्त हो सके। इन सभी उपायों के माध्यम से नवरात्रि में देवी...
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Shardiya Navratri 2024: शारदीय नवरात्रि में देवी दुर्गा का स्वागत करना एक महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व है। इस दौरान भक्तों को कुछ विशेष उपाय और नियमों का पालन करना चाहिए ताकि देवी की कृपा प्राप्त हो सके। इन सभी उपायों के माध्यम से नवरात्रि में देवी दुर्गा का स्वागत करना एक सुखद और आध्यात्मिक अनुभव बनता है। माता रानी की कृपा से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का संचार होता है।
सफाई और सजावट: घर की सफाई करें। सभी स्थानों को व्यवस्थित और स्वच्छ रखें। घर को रंग-बिरंगे फूलों, रंगोली और दीपों से सजाएं। विशेष रूप से पूजा स्थल को साफ-सुथरा और आकर्षक बनाना चाहिए।
कलश स्थापन: घर के पूजा स्थल पर कलश स्थापित करें। इसे पानी, मिट्टी और पांच प्रकार की अनाज से भरकर सजाएं। कलश के ऊपर आम के पत्ते और नारियल रखें।
नौ दिन का व्रत: भक्त लोग नवरात्रि के नौ दिन व्रत रखते हैं। फल, दूध और सूखे मेवे का सेवन करें। व्रत के दौरान शुद्धता बनाए रखें और नियमित रूप से देवी की पूजा करें।
देवी की पूजा: हर दिन देवी दुर्गा की पूजा विधिपूर्वक करें। उन्हें फूल, फल, और मिठाई अर्पित करें। विशेष रूप से दुर्गा सप्तशती का पाठ करें, जिससे उनकी कृपा प्राप्त होती है।
भक्ति गीत और भजन: नवरात्रि के दौरान देवी के भजन गाएं और आरती करें। इससे वातावरण में भक्ति का संचार होता है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है।
दान और सेवा: इस पर्व पर गरीबों को दान करना और उनकी सेवा करना भी बहुत महत्वपूर्ण है। यह पुण्य का कार्य है और देवी का आशीर्वाद प्राप्त करने का साधन बनता है।
While welcoming Mata Rani, some important rules of Vastu should be kept in mind माता रानी का स्वागत करते समय वास्तु के कुछ महत्वपूर्ण नियमों का ध्यान रखना चाहिए:
मुख्य द्वार: माता रानी का स्वागत मुख्य द्वार से करें। द्वार को साफ-सुथरा और सुगंधित रखें।
स्वच्छता: घर के सभी स्थानों को साफ रखें। विशेष रूप से पूजा स्थल को नियमित रूप से साफ करें।
दीपक और मोमबत्तियां: पूजा के समय दीपक और मोमबत्तियां लगाएं। ये सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं।
पूजा सामग्री: पूजा के लिए उच्च गुणवत्ता की सामग्री का उपयोग करें जैसे फूल, फल और मिठाई।
आसनों की व्यवस्था: माता रानी के लिए एक विशेष आसन रखें। इसे स्वच्छ और सुगंधित बनाना चाहिए।
दीवारों का रंग: घर की दीवारों का रंग हल्का और सुखद होना चाहिए। हल्के रंग शांति और सकारात्मकता का अनुभव कराते हैं।
सकारात्मक ऊर्जा: घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बनाए रखें। नकारात्मक वस्तुओं को हटा दें।
प्रकाश: घर में अच्छी रोशनी होनी चाहिए। प्राकृतिक प्रकाश का अधिकतम उपयोग करें।
समर्पण: पूजा में पूर्ण समर्पण और श्रद्धा के साथ भाग लें। यह माता रानी की कृपा को आकर्षित करता है।
इन नियमों का पालन करने से न केवल माता रानी का स्वागत सही तरीके से होगा, बल्कि घर में भी सकारात्मकता बनी रहेगी।