Edited By Niyati Bhandari,Updated: 28 Apr, 2022 10:09 AM
परमार राजा उदयादित्त द्वारा निर्मित नीलकंठेश्वर शिव मंदिर मध्य प्रदेश स्थित विदिशा जिले के गंज बासौदा तहसील के उदयपुर
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Neelkantheshwar mahadev mandir udaipur: परमार राजा उदयादित्त द्वारा निर्मित नीलकंठेश्वर शिव मंदिर मध्य प्रदेश स्थित विदिशा जिले के गंज बासौदा तहसील के उदयपुर ग्राम में स्थित है। आज भी सूर्य की पहली किरण महादेव जी पर अवतरित होती है। मंदिर की प्रत्येक कला में भिन्नता है, कोई भी कला एक जैसी नहीं है। यहां हर महाशिवरात्रि पर पांच दिवसीय मेले का आयोजन भी किया जाता है। मुख्य मंदिर मध्य में निर्मित किया गया है और उसमें प्रवेश के 3 द्वार हैं। गर्भगृह में शिवलिंग स्थापित हैं, जिसमें सिर्फ शिवरात्रि के दिन ही उगते हुए सूरज की किरणें पड़ती हैं।
मुख्य मंदिर के गर्भगृह में शिवलिंग का आकार इस प्रकार है :
5 फुट 1 इंच शिवलिंग की गोलाई,
6 फुट 7 इंच जमीन से ऊंचाई,
3 फुट 3 इंच जिलेहरी से ऊपर,
22 फुट 4 इंच चौकोर जिलेहरी।
शिवलिंग पर पीतल का आवरण चढ़ा हुआ है जो केवल शिवरात्रि के दिन ही उतारा जाता है। वर्तमान में भगवान शिव की पूजा-अर्चना मंदिर में की जाती है। शिवलिंग का निर्माण भोपाल के पास भोजपुर के शिव मंदिर में स्थित शिवलिंग के जैसा है। मंदिर की बाहरी दीवार पर विभिन्न देवी- देवताओं की मूर्तियां पत्थरों पर उकेरी गई हैं।
अधिकांश मूर्तियां भगवान शिव के विभिन्न रूपों से सुसज्जित हैं। महत्वपूर्ण मूर्ति शिल्प में भगवान गणेश, भगवान शिव की नृत्य में रत नटराज, महिषासुर मर्दिनी, कार्तिकेय आदि की मूर्तियां हैं। इनके अतिरिक्त स्त्री सौंदर्य को प्रदर्शित करती मूर्तियां भी हैं।
अन्य मंदिर : नौलखी मंदिर विदिशा जिले का सबसे बड़ा मंदिर है। यहां दर्शनीय स्थलों में शीतल शक्ति धाम, रामदेव मंदिर, मंशापूर्ण हनुमान मंदिर आदि प्रमुख हैं।
कैसे पहुंचे : नीलकंठेश्वर पहुंचने के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन गंज बासौदा हैं। भोपाल सागर मार्ग, भोपाल विदिशा ग्यारसपुर होते हुए उदयपुर पहुंचा जा सकता है। निकटतम हवाई अड्डा भोपाल में स्थित है। विदिशा से मंदिर लगभग 54 कि.मी. की दूरी पर स्थित है।