Edited By Prachi Sharma,Updated: 19 Jun, 2024 07:32 AM
एक नए शोध में दावा किया गया है कि 2500 वर्ष पहले आए एक भूकंप के कारण अचानक गंगा नदी का मुख्य रास्ता संभवत: बदल गया होगा। शोधकर्त्ताओं का कहना है कि संभवतः 7-8 तीव्रता वाले भूकंप ने नदी
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नई दिल्ली (प.स.): एक नए शोध में दावा किया गया है कि 2500 वर्ष पहले आए एक भूकंप के कारण अचानक गंगा नदी का मुख्य रास्ता संभवत: बदल गया होगा। शोधकर्त्ताओं का कहना है कि संभवतः 7-8 तीव्रता वाले भूकंप ने नदी के मुख्य मार्ग को बदल दिया जो मौजूदा समय में भूंकप के लिहाज से संवेदनशील बंगलादेश में है। हालांकि इस भूकंप का कोई लिखित रिकॉर्ड नहीं है।
अमरीका के कोलंबिया क्लाइमेट स्कूल के लैमोंट-डोहर्टी अर्थ ऑब्जर्वेटरी के भूभौतिकीविद एवं अध्ययन के सह-लेखक माइकल स्टेकलर ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि हमने कभी इतना बड़ा भूकंप कहीं देखा है।’
स्टेकलर ने कहा, “यह इतना प्रभावशाली था कि गलत समय और गलत स्थान पर किसी को भी आसानी से जलमग्न कर सकता था।’
यह अध्ययन ‘नेचर कम्युनिकेशंस’ पत्रिका में प्रकाशित किया गया है। हिमालय से निकलने वाली गंगा नदी अंत में ब्रह्मपुत्र और मेघना सहित अन्य प्रमुख नदियों के साथ मिलकर बंगाल की खाड़ी में समाहित हो जाती है।
शोधकर्त्ताओं के दल ने उपग्रह की तस्वीरों का इस्तेमाल कर बंगलादेश की राजधानी ढाका से लगभग 100 किलोमीटर दक्षिण में नदी के पुराने मार्ग का पता लगाया। यह लगभग 1.5 किलोमीटर चौड़ा एक निचला क्षेत्र है।