Edited By Niyati Bhandari,Updated: 03 Nov, 2022 07:20 AM
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प्रत्येक मास में 5 दिन ऐसे भी आते हैं, जिनमें शुभ कार्य नहीं किये जाते। पंचांग के अनुसार इन 5 दिनों को पंचक कहा जाता है। पंचक के समय में शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं
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November Panchak 2022: प्रत्येक मास में 5 दिन ऐसे भी आते हैं, जिनमें शुभ कार्य नहीं किये जाते। पंचांग के अनुसार इन 5 दिनों को पंचक कहा जाता है। पंचक के समय में शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। इस माह यानी कि नवंबर महीने की पंचक का आरंभ- 2 नवंबर 2022, बुधवार को 14.16 मिनट से हो चुका है। पंचक का समापन- 6 नवंबर 2022, रविवार को 24.05 मिनट पर होगा। इन पंचक के दिनों से अर्थ है कि नक्षत्र सारणी के 5 ऐसे नक्षत्रों का पड़ना, जिनका प्रभाव अच्छा नहीं माना जाता। विस्तार में जानकारी के लिए बताया जाए तो कुल 27 नक्षत्र होते हैं। जब चंद्रमा कुंभ और मीन राशि में रहता है, तब उस समय को पंचक कहते हैं। पांच नक्षत्र घनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद एवं रेवती जब इन नक्षत्रों पर चन्द्रमा गोचर करता है तो उस काल को पंचक कहा जाता है। इस दौरान किया गया कार्य 5 गुना ज्यादा बढ़ जाता है। यही कारण है कि पंचक के दौरान किसी की मृत्यु हो जाने पर इसके दुष्प्रभाव से बचने के लिए विशेष रूप से पंचक की शांति कराई जाती है।
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प्रेतादि दाह संस्कार करना, लकड़ी, तिनके तोड़ना, स्तम्भारोण, तृण, पीतल, तांबा एवं लकड़ी का संचय करना, मकान की छत डालना, चारपाई, कुर्सी, चटाई आदि बुनना, गद्दियां बनाना वर्जित है। पंचकों में हानि-लाभ एवं व्याधि-मरण आदि पांच गुणा होने सम्भावना होती है। किसी की मृत्यु पंचक में होती है तो संस्कार के समय चन्दन की पांच लकड़ी को शव के साथ पूरे विधि विधान के साथ करने से, पंचक दोष समाप्त हो जाता है या पांच पुतले बना कर शव के साथ रखते हैं। इसके अतिरिक्त पंचक में अन्य किसी शुभ कार्य को करने में जैसे कि वाहन इत्यादि खरीदना मकान खरीदना किसी भी दिशा की यात्रा करना कोई भी शुभ कार्य जैसे लड़की देखने जाना, विवाह की बातचीत चलाना इत्यादि का विचार नहीं किया जाता।
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पंचक के दिनों में गुड़ और जौ का दान करना शुभ माना जाता है। इन दिनों में किसी भी नए कार्य की शुरुआत में विघ्न न आएं। इसके लिए भगवान विष्णु का ध्यान करके शुरुआत की जाए तो निर्विघ्न कार्य सफल होते हैं।
पंचक की समय अवधि में शुभ फल देने वाले पेड़-पौधे जैसे कि पीपल, तुलसी, बढ़, केला ऐसे पौधों का रोपण करने से शुभ परिणाम मिलता है।
पंचक के समय में खाद्य पदार्थ और अनादि का संग्रह करना शुभ माना जाता है।
नीलम
8847472411
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