Edited By Prachi Sharma,Updated: 24 Apr, 2025 12:21 PM
आज बात करेंगे ऐसे रहस्यमयी और दिव्य स्थान की ओर, जो न सिर्फ आस्था का केंद्र हैबल्कि अद्भुत इतिहास, अपार धन-दौलत और रहस्यों से भरा हुआ है। यह स्थान का नाम है पद्मनाभस्वामी मंदिर।
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Padmanabhaswamy Mandir: आज बात करेंगे ऐसे रहस्यमयी और दिव्य स्थान की ओर, जो न सिर्फ आस्था का केंद्र हैबल्कि अद्भुत इतिहास, अपार धन-दौलत और रहस्यों से भरा हुआ है। यह स्थान का नाम है पद्मनाभस्वामी मंदिर। केरल के तिरुवनंतपुरम में स्थित इस मंदिर की गिनती दुनिया के सबसे अमीर मंदिरों में की जाती है लेकिन इसकी असली कहानी मंदिर के अंदर छिपे उन 7 दरवाज़ों से शुरू होती है, जिनमें से एक दरवाज़ा आज तक कोई नहीं खोल पाया। तो आइए जानते हैं आखिर क्या है इस मंदिर की ऐतिहासिक विरासत और उन रहस्यमयी दरवाज़ों की कहानी, जो आज भी लोगों को हैरान कर देती है-
सबसे पहले आपको बता दें इस मंदिर को 6वीं शताब्दी में त्रावणकोर के राजा ने बनवाया था जिसका जिक्र 9वीं शताब्दी के ग्रंथों में भी है। कथाओं के अनुसार श्रीकृष्ण के बड़े भाई बलराम इस जगह आए थे और उन्होंने यही भगवान के लिए प्रसाद भी बनाया था। मंदिर के गर्भ गृह में भगवान विष्णु की विशाल शयनमुद्रा में प्रतिमा है। इस प्रतिमा में भगवान विष्णु शेष नाग पर विराजमान है। इस मंदिर में एक सोने का स्तंभ भी बना हुआ है जो मंदिर के सौंदर्य को और भी बढ़ा देता है।
इस मंदिर की खासियत है कि इस भवन में प्रवेश करने के लिए पुरुषों को धोती और महिलाओं को साड़ी पहनकर आना अनिवार्य है और तो और इस मंदिर में सिर्फ हिंदू ही प्रवेश कर सकते हैं। गैर हिंदूओं का इस मंदिर में जाना वर्जित है। इस मंदिर की सबसे रहस्यमयी चीज है, इसका 7वां दरवाजा। कहा जाता है कि इस मंदिर में कुल 7 तहखाने है। हर एक तहखाने के बाहर तीन अलग-अलग धातु के दरवाजे हैं, इन तहखानों में से 6 को खोला जा चुका है। अभी इस मंदिर का सातवां तहखाना बाकी है कहते है कि अगर इस तहखाने को खोलने की कोशिश की गई तो प्रलह भी आ सकती है। वहां के लोगों का मानना है कि इस दरवाजे के पीछे से कुछ अजीब सी अवाज़े आती हैं। जैसे कोई विशाल सर्प खजाने की रक्षा कर रहा हो। मान्यताओं के अनुसार, त्रावणकोर के महाराज ने बेशकीमती खजाने को इस मंदिर के तहखाने और मोटी दीवारों के पीछे छुपाया है। जिसके बाद हजारों सालों तक किसी ने इन दरवाजो खोलने की हिमाकत नहीं की है और इस तरह से बाद में इसे शापित माना जाने लगा।

कथाओं के अनुसार, एक बार खजाने की खोज करते हुए किसी ने 7वें दरवाजे को खोलने की कोशिश की लेकिन कहते हैं कि जहरीले सांपों के काटने से सबकी मौत हो गई। कहा जाता है कि इस मंदिर के खजाने में दो लाख करोड़ का सोना है। मगर इतिहासकारों के अनुसार, असल में इसकी अनुमानित राशि इससे कहीं दस गुना ज्यादा भी हो सकती है।
इस खजाने में सोने-चांदी के महंगे गहनें, हीरा, पन्ना, रूबी जैसे कई बेशकीमती रत्न हैं, जिनकी असली कीमत आंकना बेहद मुश्किल है। बताया जाता है कि ये दुनिया का सबसे धनी हिंदू मंदिर है जिसमें बेशकीमती हीरे-जवाहरात जड़े हैं। ऐसा भी कहा जाता है कि अगर इस तहखाने को खोला गया तो मंदिर नष्ट भी हो सकता है, जिससे भारी प्रलय तक आ सकती है। इस तहखाने के दरवाजे पर दो सांप बने हुए हैं, जो इस द्वार की रक्षा करते हैं और हैरान करने वाली बात ये है कि इसमें कोई नट-बोल्ट या कब्जा नहीं हैं।