Edited By Niyati Bhandari,Updated: 13 Jul, 2024 08:08 AM
गुरदासपुर (विनोद): पाकिस्तानी पंजाब के अहमदपुर लाम शहर में 400 साल पुराने एक मंदिर को पशु फार्म में बदल दिया गया है जो इस क्षेत्र में धार्मिक
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गुरदासपुर (विनोद): पाकिस्तानी पंजाब के अहमदपुर लाम शहर में 400 साल पुराने एक मंदिर को पशु फार्म में बदल दिया गया है जो इस क्षेत्र में धार्मिक अल्पसंख्यकों के सामने आने वाली चुनौतियों को उजागर करता है।
सीमापार सूत्रों के अनुसार 4 शताब्दियों के इतिहास में दर्ज यह प्राचीन मंदिर उपेक्षा और दुरुपयोग का शिकार हो गया है। वर्तमान में यह एक ऐसे व्यक्ति के स्वामित्व में है जो इसे पशु फार्म के रूप में प्रयोग कर रहा है। मंदिर के रूपांतरण ने इसकी पहचान अस्पष्ट कर दी है, इसकी कोई पुष्टि नहीं है कि यह किस देवता को समर्पित था।
सूत्रों के अनुसार कहा जाता है कि मूल रूप में इस मंदिर को अहमदपुर के एक मोहन भगत ने बनवाया था जो पूरे शहर का एक अमीर आदमी था। उसके पास एक हवेली, व्यापक भूमि और संपत्ति थी। मोहन भगत के परिवार ने विभाजन दौरान मंदिर व अपनी संपत्ति न छोड़ने का फैसला कर पाकिस्तान में ही रहने का निर्णय लिया था। हालांकि उसका निर्णय घातक साबित हुआ क्योंकि स्थानीय इस्लामवादियों ने पूरे परिवार को मार डाला और उसकी पूरी संपत्ति जब्त कर ली। यही कारण है कि यह मंदिर वर्तमान स्थिति में खंडहर हो गया।
इससे पहले भी पाकिस्तान के अहमदपुर में एक मंदिर जिसके गर्भगृह में कभी भगवान श्री कृष्ण विराजमान थे, को जबरन मस्जिद में बदल दिया गया। यह महत्वपूर्ण परिवर्तन पाकिस्तान में हिंदू पहचान को समाप्त करने पर प्रकाश डालता है और अब 400 साल पुराने हिंदू मंदिर को पशु फार्म में बदलना पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए एक गंभीर वास्तविकता का प्रतिनिधित्व करता है। पाक हिंदू कौंसिल के पदाधिकारियों ने मंदिर पर हुए अवैध कब्जे को समाप्त करने की गुहार लगाई है।