Edited By Prachi Sharma,Updated: 22 Dec, 2024 04:00 AM
पौष मास की कालाष्टमी विशेष रूप से महत्त्वपूर्ण मानी जाती है। यह दिन विशेष रूप से भगवान काल भैरव की पूजा का होता है। इस दिन विशेष रूप से तंत्र-मंत्र, साधना और भक्ति की साधना की जाती है
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Paush Kalashtami 2024: पौष मास की कालाष्टमी विशेष रूप से महत्त्वपूर्ण मानी जाती है। यह दिन विशेष रूप से भगवान काल भैरव की पूजा का होता है। इस दिन विशेष रूप से तंत्र-मंत्र, साधना और भक्ति की साधना की जाती है ताकि व्यक्ति के जीवन में समृद्धि, सुख और शांति बनी रहे। इस साल 2024 में पौष मास की कालाष्टमी 22 दिसंबर यानि आज है और इस दिन कुछ महत्वपूर्ण शुभ योग भी बन रहे हैं। इन शुभ योगों का उपयोग करके आप भगवान काल भैरव की विशेष कृपा प्राप्त कर सकते हैं और अपने जीवन में सुख-समृद्धि ला सकते हैं। इसके अलावा आप यदि आप अनचाहे शत्रुओं से मुक्ति पाना चाहते हैं तो उसके लिए भी आज का दिन बहुत खास है।
Kalashtami Shubh Muhurat कालाष्टमी शुभ मुहूर्त
कालाष्टमी की शुरुआत 22 दिसंबर को दोपहर 2 बजकर 31 मिनट से होगी और 23 दिसंबर को इसका समापन हो जाएगा। भैरों बाबा की पूजा निशा काल में की जाती है। इसलिए 22 दिसंबर को पौष महीने की कालाष्टमी मनाई जाएगी।
आज बन रहे बहुत से शुभ योग
त्रिपुष्कर योग: आज त्रिपुष्कर योग का निर्माण हो रहा है। इसकी शुरुआत सुबह 7 बजे के आसपास होगी और दोपहर 2 बजे तक इसका समापन होगा। त्रिपुष्कर योग व्यक्ति को आर्थिक दृष्टि से समृद्ध बना सकता है। जो व्यक्ति इस योग में पूजा करते हैं उन्हें व्यापार, नौकरी या अन्य क्षेत्रों में सफलता मिलती है। उन्हें बिना ज्यादा प्रयास के लाभ मिल सकता है और धन की कोई कमी नहीं रहती।
आयुष्मान योग: त्रिपुष्कर योग के साथ-साथ आज आयुष्मान योग भी बन रहा है। यह योग शाम 7 बजे तक है। आयुष्मान योग एक विशेष और शुभ योग है, जो ज्योतिष शास्त्र में व्यक्ति के दीर्घायु, स्वास्थ्य और जीवन की लंबाई को प्रभावित करता है। यह योग विशेष रूप से जीवन की लंबाई और शरीर के अच्छे स्वास्थ्य से संबंधित माना जाता है।
Try these remedies today आज करें ये उपाय
इस दिन उपवास रखें और भगवान काल भैरव का पूजन विशेष रूप से करें। और ॐ क्लीं कालभैरवाय नमः" मंत्र का जाप 108 बार करें। इस मंत्र का जाप करने से हर प्रकार के डर, शत्रु, और संकटों से मुक्ति मिलती है।
काल भैरव को साल की लकड़ी प्रिय होती है। इस दिन आप साल की लकड़ी का दान करके भगवान भैरव को प्रसन्न कर सकते हैं।
कालाष्टमी के दिन काले तिल का दान करें या तर्पण करें। यह उपाय धन, समृद्धि और शत्रु नाश के लिए प्रभावी होता है। इसके अलावा आप घर के पालतू जानवरों को भी काले तिल खिलाकर उनका आशीर्वाद ले सकते हैं।
इस दिन काले रंग के वस्त्र पहनने से विशेष लाभ होता है। काल भैरव के पूजन में काले रंग का महत्व होता है। यह रंग नकारात्मक शक्तियों से बचाव और आत्मबल को बढ़ाता है।
घर के वातावरण को शुद्ध करें- घर में शांति और समृद्धि बनाए रखने के लिए इस दिन घर का पूर्ण रूप से शुद्धिकरण करें। घर में किसी भी प्रकार की गंदगी या अव्यवस्था न रखें। घर के कोने-कोने में कपूर जलाकर वातावरण को शुद्ध करें। इससे नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
जीवन के दुखों से मुक्ति पाने के लिए आज के दभैरों बाबा के मंदिर में कपूर और काजल का दान करें। ऐसा करना आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा।