Edited By Prachi Sharma,Updated: 17 Dec, 2024 07:38 AM
पौष महीने की शुरुआत हो चुकी है और 14 जनवरी को इसका समापन हो जाएगा। हिन्दू पंचांग के अनुसार इसे दसवें महीना कहा जाता है।
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Paush Month Vrat-Tyohar 2024: पौष महीने की शुरुआत हो चुकी है और 14 जनवरी को इसका समापन हो जाएगा। हिन्दू पंचांग के अनुसार इसे दसवें महीना कहा जाता है। इस महीने खासतौर पर सूर्य देव की पूजा करने का विधान है। वहीं शास्त्रों के अनुसार इस महीने से खरमास लग जाता है तो सूर्यदेव का तेज भी कम हो जाता है। इसके अलावा यदि कोई व्यक्ति पितृ दोष से ग्रसित है उसके लिए आप पौष के महीने में पिंडदान कर सकते हैं। व्रत और त्योहारों के लिहाज से भी इस महीने की बहुत विशेषता है। तो चलिए जानते हैं इस महीने कौन से व्रत और त्योहार मनाए जाएंगे।
Fasts and festivals of Paush month पौष माह के व्रत-त्यौहार 2024
संकष्टी गणेश चतुर्थी – 18 दिसंबर 2024, बुधवार
कालाष्टमी – 22 दिसंबर 2024, रविवार
क्रिसमस – 25 दिसंबर 2024, बुधवार
सफला एकादशी – 26 दिसंबर 2024, गुरुवार
प्रदोष व्रत – 28 दिसंबर 2024, शनिवार
मासिक शिवरात्रि – 29 दिसंबर 2024, रविवार
सोमवार अमावस्या – 30 दिसंबर 2024, सोमवार
नव वर्ष, चंद्र दर्शन – 1 जनवरी 2025, बुधवार
शुक्रवार वरद चतुर्थी – 3 जनवरी 2025, शुक्रवार
रविवार षष्ठी – 5 जनवरी 2025, रविवार
गुरु गोबिंद सिंह जयंती – 6 जनवरी 2025, सोमवार
दुर्गाष्टमी व्रत – 7 जनवरी 2025, मंगलवार
वैकुंठ एकादशी, पौष पुत्रदा एकादशी – 10 जनवरी 2025, शुक्रवार
कूर्म द्वादशी व्रत, प्रदोष व्रत – 11 जनवरी 2025, शनिवार
पौष पूर्णिमा, माघ स्नान प्रारंभ, लोहड़ी – 13 जनवरी 2025, सोमवार
क्यों है इस महीने का नाम पौष?
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक हिन्दू धर्म में महीनों का नाम नक्षत्रों के हिसाब से रखा गया है। पौष पूर्णिमा के दिन चन्द्रमा पुष्य नक्षत्र में होता है, इस वजह से इसे पौष के नाम से जाना जाता है। इस माह में खासतौर पर सूर्यदेव और भगवान विष्णु की उपासना की जाती है।