Edited By Niyati Bhandari,Updated: 09 Jan, 2025 09:23 AM
Paush Putrada Ekadashi 2025: पौष मास की पुत्रदा एकादशी साल की पहली एकादशी होगी। जो 10 जनवरी 2025 को पड़ रहा है। यह एकादशी संतान प्राप्ति की इच्छा रखने वाले दंपतियों के लिए अत्यंत शुभ मानी जाती है। इस दिन भगवान विष्णु की उपासना और व्रत करने से संतान...
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Paush Putrada Ekadashi 2025: पौष मास की पुत्रदा एकादशी साल की पहली एकादशी होगी। जो 10 जनवरी 2025 को पड़ रहा है। यह एकादशी संतान प्राप्ति की इच्छा रखने वाले दंपतियों के लिए अत्यंत शुभ मानी जाती है। इस दिन भगवान विष्णु की उपासना और व्रत करने से संतान सुख की प्राप्ति का वरदान मिलता है। आइए जानें इस एकादशी पर क्या करना चाहिए:
Child birth Blessings Through Ekadashi Fasting पुत्रदा एकादशी पर क्या करें
व्रत का पालन करें: पौष मास की पुत्रदा एकादशी पर व्रत करना अत्यंत फलदायी माना गया है। यह व्रत निराहार या फलाहार रहकर किया जा सकता है। व्रत का पालन दंपति दोनों को करना चाहिए।
Paush Ekadashi Puja Rituals भगवान विष्णु की पूजा: प्रातः काल स्नान कर पीले वस्त्र धारण करें। भगवान विष्णु की प्रतिमा या चित्र के सामने दीपक जलाएं। भगवान को पीले फूल, तुलसी पत्ता, दूध, मिष्ठान्न और पंचामृत अर्पित करें। विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें या "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय" मंत्र का जाप करें।
दान-पुण्य करें: गरीबों और ब्राह्मणों को भोजन, वस्त्र, और धन का दान करें। गायों को चारा और पक्षियों को अनाज खिलाना भी शुभ माना जाता है।
Vishnu Worship on Putrada Ekadashi रात्रि जागरण: इस दिन रात्रि जागरण कर भगवान विष्णु की कथा और भजन-कीर्तन करें। विष्णु पुराण या संतान गोपाल स्तोत्र का पाठ भी करना लाभकारी होता है।
संतान गोपाल मंत्र का जाप: पुत्र प्राप्ति की इच्छा रखने वाले दंपति को "ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं देवकीसुत गोविंद वासुदेव जगत्पते देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गतः।" मंत्र का जाप करना चाहिए।
Paush Putrada Ekadashi Vrat Significance पुत्रदा एकादशी का महत्व: यह व्रत संतान सुख प्रदान करता है। संतान के दीर्घायु और सुखी जीवन के लिए भी इस व्रत को किया जा सकता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, पुत्रदा एकादशी व्रत करने से संतान संबंधी सभी कष्ट दूर होते हैं और जीवन में खुशहाली आती है।
How to Observe Putrada Ekadashi Vrat सावधानियां और विशेष बातें: व्रत का पालन पूर्ण श्रद्धा और नियमों के साथ करें।
इस दिन झूठ, चोरी और हिंसा जैसे कार्यों से बचें।
व्रत का समापन द्वादशी तिथि पर भोजन ग्रहण करके करें।
Benefits of Putrada Ekadashi Fasting पुत्रदा एकादशी का व्रत संतान सुख और जीवन के अन्य शुभ फलों की प्राप्ति के लिए अत्यंत लाभकारी और पवित्र माना जाता है।