Edited By Niyati Bhandari,Updated: 31 Dec, 2024 07:32 AM
Peepal tree at home: पीपल में देवताओं का वास होता है इसलिए इनकी पूजा करने से सभी ग्रह शांत होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पीपल का वृक्ष लगाने से या पीपल वृक्ष में जल चढ़ाने से नवग्रह शांत होते हैं लेकिन कई बार ऐसा...
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Peepal tree at home: पीपल में देवताओं का वास होता है इसलिए इनकी पूजा करने से सभी ग्रह शांत होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पीपल का वृक्ष लगाने से या पीपल वृक्ष में जल चढ़ाने से नवग्रह शांत होते हैं लेकिन कई बार ऐसा होता है कि घर में पीपल का वृक्ष उग जाता है और अनजाने में लोग घर में उगे पीपल के पौधे में ही जल अर्पित करना शुरू कर देते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार घर में उगे पीपल पर जल नहीं चढ़ाना चाहिए। वहीं घर में उग रहा पीपल भी शुभ नहीं माना जाता।अब ऐसे में सवाल उठता है कि घर में उग रहे पीपल के साथ क्या करना चाहिए। आज आपको बताएंगे, अगर आपके घर में पीपल उग आए तो उसे काटना चाहिए या नहीं और इसके सही नियम तो आईए जानते हैं-
अगर एक पीपल काट रहे हैं तो उसके बदले में 10 पेड़ लगाने चाहिए और उनका पालन-पोषण भी करना चाहिए। यदि 1000 पत्तों से छोटा पीपल का पेड़ है बता दें, उसको काटने का कोई दोष नहीं है। जो टंकियों के आसपास में पीपल के पेड़ लग जाते हैं। ये कितने भी बड़े हो, उनको काटने का कोई भी दोष नहीं है। जो छतों में पीपल के पेड़ लग जाते हैं, उनको काटने पर भी कोई भी दोष नहीं लगता। वहीं, घर के कच्चे आंगन में लगे पीपल को भी उखाड़ा जा सकता है लेकिन इन्हें हटाने से पहले कुछ नियमों का ध्यान रखना जरूरी है।
अगर किसी कारणवश आपको घर के बाहर या आसपास से पीपल का पेड़ काटना भी पड़े तो एक रात पहले उस जगह एक दीपक प्रज्वलित करें और प्रार्थना करें कि अगर इस पीपल के ऊपर कोई भी देवता का वास है, तो वह यहां से परिवर्तित हो जाए और 108 बार विष्णु सहस्त्रनाम के या 108 गजेंद्र मोक्ष के पाठ जरूर करवा लेने चाहिए।
तो वहीं किसी भी हाथी, बैल या किसी भी छोटी कन्या के द्वारा पीपल वृक्ष को निकलवाया जा सकता है। इसका अर्थ यह है कि हाथी, बैल या छोटी कन्या अगर पीपल पर थोड़ा सा स्पर्श कर दें या बल लगा दें, तो फिर इसके बाद पीपल के पौधे को कहीं और जगह रिप्लांट किया जा सकता है। वहीं, अगर पीपल के पौधे को रिप्लांट नहीं हो सके और कटवाना ही पड़े तो फिर ऐसा करें कि सबसे पहले जो भी कुल्हाड़ी चलाई जाएगी। उसके आगे घी या फिर शहद लगाकर उसे पूरित करें और फिर उसे कुल्हाड़ी से उस पीपल को काटना चाहिए।
काटे हुए पीपल की लकड़ी को श्मशान में दान कर देना चाहिए या जहां पर हवन होता है, उस जगह पर दान कर देना चाहिए। पीपल के पत्तों को अगर हाथी को खिलाया जाए तो भी बहुत ही अच्छा रहता है।
पीपल के पत्तों को हाथी या बैल को खिलाने पर उसका दोष नहीं रह जाता है। एक पेड़ को काटने के बदले 10 पेड़ लगाने का प्रयास करना चाहिए। पीपल ही नहीं, हर पेड़ कीमती है। पेड़ जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी हैं। इसी के आधार पर पीपल के पेड़ की पूजा-अर्चना और सेवा करके पुण्य फलों की प्राप्ति करते रहना चाहिए।