Edited By Niyati Bhandari,Updated: 12 Mar, 2024 07:51 AM
फुलेरा दूज का पर्व पूरे देश में बहुत ही धूम-धाम के साथ मनाया जाता है। इस दिन पूरे विधि-विधान के साथ राधा-कृष्ण की पूजा करने का विधान है। पूरे जोश और उत्साह के साथ फूलों की होली खेली जाती है।
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Phulera Dooj 2024: फुलेरा दूज का पर्व पूरे देश में बहुत ही धूम-धाम के साथ मनाया जाता है। इस दिन पूरे विधि-विधान के साथ राधा-कृष्ण की पूजा करने का विधान है। पूरे जोश और उत्साह के साथ फूलों की होली खेली जाती है। घर के मंदिर में राधा-कृष्ण को फूलों से सजाया जाता है। माना जाता है कि किसी भी मंगलिक कार्यों को करने के लिए फुलेरा दूज का दिन बहुत उत्तम है। फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को फुलेरा दूज का पर्व मनाया जाता है। इस दिन कुछ ऐसे काम हैं, जिन्हें करने की मनाही है। तो आइए जानते हैं कि फुलेरा दूज के दिन किन-किन कामों को नहीं करना चाहिए।
What not to do on the day of Phulera Dooj फुलेरा दूज के दिन क्या न करें
Consumption of meat and alcohol मांस-मदिरा का सेवन
फुलेरा दूज के दिन तामसिक भोजन नहीं खाना चाहिए जैसे- मांसाहार, शराब, धुम्रपान आदि का सेवन करने से बचना चाहिए। साथ ही इस दिन इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि राधा-कृष्ण को अर्पित किया गया गुलाल या रंग पैरों में न आए।
Worship of Radha-Krishna together राधा-कृष्ण की एक साथ पूजा
फुलेरा दूज के दिन राधा-कृष्ण की अलग-अलग पूजा नहीं करनी चाहिए। इस दिन दोनों की साथ में पूजा करनी चाहिए। राधा-कृष्ण की अलग-अलग पूजा करने से वैवाहिक जीवन में खटास पैदा हो जाती है और रिश्तों में कठोरता आने लगती है।
Worship of Mother Parvati and Lord Shiva माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा
फुलेरा दूज के दिन राधा-कृष्ण की पूजा के अलावा शिव-पार्वती की पूजा की जाती है इसलिए इस दिन शिव-पार्वती की पूजा करना न भूलें नहीं तो फुलेरा दूज की पूजा अधूरी मानी जाती है।