Edited By Sarita Thapa,Updated: 20 Jan, 2025 12:33 PM
Phulera Dooj 2025: सनातन धर्म में फुलेरा दूज का बहुत खास महत्व है। हर साल फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर फुलेरा दूज का पर्व मनाया जाता है। यह त्योहार उत्तर भारत के लगभग सभी क्षेत्रों में बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। फुलेरा दूज...
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Phulera Dooj 2025: सनातन धर्म में फुलेरा दूज का बहुत खास महत्व है। हर साल फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर फुलेरा दूज का पर्व मनाया जाता है। यह त्योहार उत्तर भारत के लगभग सभी क्षेत्रों में बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। फुलेरा दूज का पर्व भगवान कृष्ण और राधा रानी को समर्पित होता है। माना जाता है कि फुलेरा दूज के दिन से ही भगवान श्रीकृष्ण ने फूलों की होली खेलने शुरू की थी। तभी से फुलेरा दूज के पर्व को मनाने की परंपरा जारी है। माना जाता है कि इस दिन भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी की पूरे विधि-विधान के साथ पूजा करने से जीवन में खुशियां बनी रहती है। साथ ही शुभ फलों की प्राप्ति होती है। तो आइए जानते हैं फुलेरा दूज के शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में-
Phulera Dooj 2025 Shubh Muhurat फुलेरा दूज 2025 शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि की शुरुआत 01 मार्च को रात 03 बजकर 16 मिनट से हो रही है और इसका समापन अगले दिन यानी 02 मार्च को रात 12 बजकर 09 मिनट पर होगा। उदया तिथि के अनुसार, फुलेरा दूज 01 मार्च को मनाई जाएगी।
Phulera Dooj 2025 Puja Vidhi फुलेरा दूज 2025 पूजा विधि
फुलेरा दूज के दिन सुबह उठकर स्नान करने के बाद साफ-सथुरे वस्त्र धारण करें।
अब घर के मंदिर को साफ करके गंगाजल का छिड़काव करें।
फिर भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी का पूरी विधि-विधान के साथ श्रृंगार करें।
इसके साथ राधा रानी और भगवान श्रीकृष्ण को सुगंधित फूलों से सजाए और गुलाल अर्पितच करें।
अब भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी को सफेद मिठाई, पंचामृत और मिश्री का भोग लगाएं।
उसके बाद भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी के मंत्रों का जाप करें।
अंत में दोनों के समक्ष घी का दीपक जलाएं और आरती करें।