Edited By Niyati Bhandari,Updated: 01 Mar, 2025 06:43 AM

Phulera Dooj upay 2025: फुलेरा दूज का पर्व प्राकृतिक सौंदर्य, समाज में प्रेम, खुशियों और सांस्कृतिक एकता में जोड़ने का काम करता है। यह पर्व रिश्तों के बीच प्रगाढ़ता और आशीर्वाद का प्रतीक है, जिसे हमें परिवार और समाज के बीच खुशी बांटने के रूप में...
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Phulera Dooj upay 2025: फुलेरा दूज का पर्व प्राकृतिक सौंदर्य, समाज में प्रेम, खुशियों और सांस्कृतिक एकता में जोड़ने का काम करता है। यह पर्व रिश्तों के बीच प्रगाढ़ता और आशीर्वाद का प्रतीक है, जिसे हमें परिवार और समाज के बीच खुशी बांटने के रूप में मनाना चाहिए। फुलैरा दूज के दिन को बहुत ही शुभ माना जाता है और किसी भी कार्य को करने के लिए शुभ मुहूर्त नहीं देखना पड़ता। सारा दिन अबूझ मुहूर्त रहता है। मान्यता है कि फुलेरा दूज के दिन ही श्री राधा कृष्ण ने फूलों की होली खेली थी। श्री राधा कृष्ण की नगरी मथुरा और वृंदावन का यह खास त्यौहार है। इस रोज युगल सरकार के पूजन करने का विशेष महत्व है। मंदिरों को विभिन्न प्रकार के रंग-बिरंगे फूलों से सजाया जाता है। देव प्रतिमाओं का श्रृंगार भी फूलों से किया जाता है। कहते हैं इस दिन श्री राधा कृष्ण पर अबीर और गुलाल अर्पित करने से वो बहुत प्रसन्न होते हैं। इसके अतिरिक्त फुलेरा दूज के दिन करें ये काम, आपके जीवन में भी बना रहेगा मनचाहे साथी का प्यार-

महिलाओं को इस दिन 16 श्रृंगार करना चाहिए।
श्रीराधाकृष्ण को सुगन्धित और सुंदर फूलों से सजाना चाहिए।
श्री राधा कृष्ण की पूजा करने के बाद उन्हें अबीर-गुलाल अर्पित करें।

घर में कुछ भी सफेद रंग का मीठा बनाकर श्रीराधाकृष्ण को भोग लगाएं, फिर सभी पारिवारिक सदस्यों को बांट कर खुद भी प्रसाद खाएं। घर में मीठा बनाना संभव न हो तो पंचामृत अथवा मिश्री भी चढ़ाई जा सकती है।
'गोपी गीत', 'मधुराष्टक' या 'राधा कृपा कटाक्ष' का पाठ करें।

इस दिन श्रृंगार की वस्तुओं और फूलों का दान करना चाहिए।

घर में फूलों की रंगोली बनाएं।
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फुलेरा दूज की पूजा शाम को करनी चाहिए।
रंगदार साफ-स्वच्छ वस्त्र पहनकर पूजा करें।

प्रेम की कामना से पूजा कर रहे हैं तो गुलाबी वस्त्र पहनें।

लाइफ पार्टनर के लिए पूजा करनी है तो पीले रंग के कपड़े पहनें।

पूजा करने के बाद सात्विक भोजन करें। किसी भी तरह के मादक पदार्थ का प्रयोग न करें।
