Edited By Prachi Sharma,Updated: 04 Sep, 2024 08:36 AM
जिस तरह देवी-देवताओं को प्रसन्न करने के लिए अलग-अलग व्रत और त्योहार मनाएं जाते हैं। ठीक उसी तरह पितरों को प्रसन्न करने के लिए हिंदू धर्म में पितृ पक्ष मनाया जाता है। हर
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Pitru paksha: जिस तरह देवी-देवताओं को प्रसन्न करने के लिए अलग-अलग व्रत और त्योहार मनाएं जाते हैं। ठीक उसी तरह पितरों को प्रसन्न करने के लिए हिंदू धर्म में पितृ पक्ष मनाया जाता है। हर साल ये पर्व भाद्रपद माह के आखिरी दिन यानि पूर्णिमा से आरंभ होता है और अमावस्या तक चलता है। शास्त्रों के अनुसार पितरों को प्रसन्न व आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पितृ पक्ष के ये 15 दिन बेहद खास मानें जाते हैं। साल 2024 में पितृपक्ष 17 सितंबर दिन मंगलवार के शुरू हो रहे हैं और इसका समापन 02 अक्तूबर दिन बुधवार को हो रहा है। ये भी कहा जाता है पितृपक्ष के दौरान पूर्वज धरती पर आते हैं और अपने परिवार को आशीर्वाद देते हैं। ये अवधि पितरों को स्मरण करने, उनकी पूजा और तर्पण करने का होता है। इस समय शुभ कार्य बंद हो जाते हैं। ब्रह्म पुराण में बताया गया है कि जो भी जातक इस दौरान पितरों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान और श्राद्ध करता है उसके परिवार से पितृदोष का साया दूर रहता है और पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस बार साल का दूसरा सूर्यग्रहण इसी दौरान लगने जा रहा है। साल का दूसरा सूर्यग्रहण कई माइनों में खास है। साल का दूसरा सूर्यग्रहण पितृपक्ष में होने के कारण भी ये खास है। सबसे पहले जानते हैं पितृ पक्ष 2024 में श्राद्ध की तिथियां कौन कौन सी हैं ?
पूर्णिमा श्राद्ध – 17 सितंबर 2024 (मंगलवार)
प्रतिपदा श्राद्ध – 18 सितंबर 2024 (बुधवार)
द्वितीया श्राद्ध – 19 सितंबर 2024 (गुरुवार)
तृतीया श्राद्ध – 20 सितंबर 2024 (शुक्रवार)
चतुर्थी श्राद्ध – 21 सितंबर 2024 (शनिवार)
पंचमी श्राद्ध – 22 सितंबर 2024 (रविवार)
षष्ठी श्राद्ध – 23 सितंबर 2024 (सोमवार)
सप्तमी श्राद्ध – 23 सितंबर 2024 (सोमवार)
अष्टमी श्राद्ध – 24 सितंबर 2024 (मंगलवार)
नवमी श्राद्ध – 25 सितंबर 2024 (बुधवार)
दशमी श्राद्ध – 26 सितंबर 2024 (गुरुवार)
एकादशी श्राद्ध – 27 सितंबर 2024 (शुक्रवार)
द्वादशी श्राद्ध – 29 सितंबर 2024 (रविवार)
त्रयोदशी श्राद्ध – 30 सितंबर 2024 (सोमवार)
चतुर्दशी का श्राद्ध – 1 अक्टूबर 2024 (मंगलवार)
सर्वपितृ अमावस्या – 2 अक्टूबर 2024 (बुधवार)
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पितृपक्ष पर सूर्य ग्रहण कब लगेगा-
साल का दूसरा सूर्यग्रहण पितृ अमावस्या पर लगने जा रहा है। यानि कि ये सूर्य ग्रहण इस साल 02 अक्तूबर यानि सर्व पितृ अमावस्या के दिन लगने जा रहा है। भारतीय समय के अनुसार सूर्यग्रहण 02 अक्टूबर को रात 9 बजकर 13 मिनट से शुरू होने वाला है, इसका समापन आधी रात 3 बजकर 17 मिनट तक रहेगा। इस सूर्य ग्रहण की कुल अवधि 7 घंटे 4 मिनट की होगी। चूंकि ये सूर्य ग्रहण भारत में रात के समय लगने जा रहा है। ऐसे में ये भारत में नजर नहीं आने वाला है। और इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा। पितृ पक्ष के दौरान पितरों के लिए सभी प्रकार के अनुष्ठान करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है और पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इससे जीवन मे परेशानियों का अंत होता है और सुख-समृद्धि बढ़ती है।