Edited By Niyati Bhandari,Updated: 12 Dec, 2024 02:58 PM
Pradosh Vrat Niyam: प्रदोष व्रत हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण व्रत है, जिसे विशेष रूप से भगवान शिव की पूजा के लिए किया जाता है। यह व्रत हर माह के शुक्ल और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को किया जाता है और इस दिन विशेष रूप से भगवान शिव, माता पार्वती और...
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Pradosh Vrat Niyam: प्रदोष व्रत हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण व्रत है, जिसे विशेष रूप से भगवान शिव की पूजा के लिए किया जाता है। यह व्रत हर माह के शुक्ल और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को किया जाता है और इस दिन विशेष रूप से भगवान शिव, माता पार्वती और नंदी की पूजा की जाती है। प्रदोष व्रत का महत्व विशेष रूप से शिव भक्तों के लिए अत्यधिक है और इसे भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का एक प्रभावशाली उपाय माना जाता है। प्रदोष व्रत का आयोजन दिन के अंतिम भाग (संध्या वेला) में होता है, जब सूर्य अस्त होने के बाद और रात्रि के आगमन से पहले का समय होता है। इसे प्रदोष काल कहा जाता है। मार्गशीर्ष माह में पड़ने वाला प्रदोष व्रत 13 दिसंबर 2024 को रखा जाएगा।
Pradosh Vrat 2024 auspicious time प्रदोष व्रत 2024 शुभ मुहूर्त
त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ 12 दिसंबर की रात 10:26 पर होगा और समापन 13 दिसंबर को शाम 7:40 मिनट पर होगा।
प्रदोष पूजा का शुभ मुहूर्त 13 दिसंबर 2024 को शाम 5:26 से शाम 7:40 मिनट पर होगा।
Pradosh Vrat vidhi प्रदोष व्रत की विधि:
उपवास: प्रदोष व्रति को उपवास रखना होता है अर्थात् दिन भर कोई भी तामसी या मांसाहारी भोजन नहीं करना चाहिए।
पूजा विधि: संध्या समय में भगवान शिव की पूजा करनी होती है। इस समय शिवलिंग पर जल, दूध, बेल पत्र, फूल, धूप, दीप आदि अर्पित किए जाते हैं।
मंत्रोच्चारण: व्रति विशेष रूप से "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का जाप करें साथ ही शिव जी के अन्य मंत्रों का भी जाप किया जाता है।
आरती और भजन: व्रति शाम को शिव आरती और भजनों का आयोजन करते हैं।
Importance of Pradosh fast प्रदोष व्रत का महत्व:
प्रदोष व्रत विशेष रूप से पापों के नाश और मानसिक शांति के लिए किया जाता है।
यह व्रत व्यक्ति को सुख, समृद्धि और मोक्ष की प्राप्ति का मार्ग दिखाता है।
प्रदोष व्रत से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है, जो जीवन में समस्याओं का समाधान करने में सहायक होती है।
Benefits of Pradosh fasting प्रदोष व्रत के लाभ:
यह व्रत मानसिक शांति, समृद्धि और खुशहाली प्रदान करता है।
इससे शारीरिक और मानसिक रोगों का निवारण भी हो सकता है।
यह व्रत पुण्य और धार्मिक उन्नति का कारण बनता है।
शिव भक्तों के लिए यह व्रत विशेष रूप से सुख और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
Some things to follow during Pradosh Vrat प्रदोष व्रत के दौरान पालन करने योग्य कुछ बातें:
साधना: प्रदोष व्रत के दिन साधना और ध्यान की विशेष महत्ता होती है।
व्यवहार: इस दिन विशेष रूप से संयमित और सादगीपूर्ण जीवन जीने की सलाह दी जाती है।
प्रसाद: पूजा के बाद भगवान शिव के प्रसाद को शांति से ग्रहण करना चाहिए।