Edited By Niyati Bhandari,Updated: 29 Aug, 2022 09:15 AM
दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) की ओर से श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के पहले प्रकाश पर्व को समर्पित गुरमति समागम करवाया गया। इसके लिए गुरुद्वारा मोती बाग साहिब और गुरुद्वारा सीस गंज
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नई दिल्ली (नवोदय टाइम्स): दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) की ओर से श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के पहले प्रकाश पर्व को समर्पित गुरमति समागम करवाया गया। इसके लिए गुरुद्वारा मोती बाग साहिब और गुरुद्वारा सीस गंज साहिब सहित सभी ऐतिहासिक गुरूद्वारों में समागम हुए। इस अवसर पर संगत ने भारी संख्या में गुरुद्वारा साहिब पहुंच कर दर्शन करें और लंगर-प्रसाद के स्टाल लगाए।
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गुरुद्वारा मोती बाग साहिब में करवाये गये समागम की आरम्भता श्री सुखमनी साहिब व नितनेम के पाठ से हुई। उपरांत भाई सतिंदरबीर सिंह, भाई करनैल सिंह हजूरी कीर्तनीए श्री दरबार साहिब, भाई जसबीर सिंह पाउंटा साहिब, भाई चरणजीत सिंह जी हीरा दिल्ली, भाई कुलवंत सिंह जी लुधियाणा, भाई सतविन्दर सिंह जी सरताज व भाई जगदीप सिंह हजूरी कीर्तनी, गुरुद्वारा सीस गंज साहिब ने गुरबाणी कीर्तन से संगत को निहाल किया।
गुरूद्वारा सीस गंज साहिब में शाम को करवाए गए समागम की आरम्भता श्री रहरास साहिब के पाठ से हुई उपरांत भाई करनैल सिंह व भाई सतिन्दरबीर सिंह हजूरी कीर्तनीए श्री दरबार साहिब, भाई जोगिन्दर सिंह रियाड़, भाई चमनजीत सिंह दिल्ली वालों ने गुरबाणी के कीर्तन से संगत को निहाल किया।
इस अवसर पर डीएसजीएमसी के अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका ने कहा कि श्री गुरु अरजन देव जी ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की संपादना करके समस्त मानवता पर एक महान उपकार किया है। गुरु अरजन देव जी ने जहां मानवता की भलाई के लिए अनेक कार्य किए, वहीं पर सबसे महान कार्य श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की संपादना व इस रब्बी पैगाम को संसार में प्रक्ट करने के लिए उन्हें अपनी शहादत भी देनी पड़ी। कालका ने बताया कि संगत श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का प्रकाश अपने घर पर करती हैं उन्हें दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा गुरुघर की रहत मर्यादा की विशेष शिक्षा लेना जरूरी होगा। ताकि संगत द्वारा अनजाने में भी किसी प्रकार के निरादर की घटना ना हो सके।