Edited By Jyoti,Updated: 31 Mar, 2021 02:11 PM
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अपनी वेबसाइट के माध्यम से हम आपको हिंदू धर्म के लगभग हर त्यौहार के बारे में बताते हैं। इसी कड़ी में पिछले कई दिनों से हम आपको देश में धूम धाम से मनाई गई
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अपनी वेबसाइट के माध्यम से हम आपको हिंदू धर्म के लगभग हर त्यौहार के बारे में बताते हैं। इसी कड़ी में पिछले कई दिनों से हम आपको देश में धूम धाम से मनाई गई होली पर्व से जुड़ी जानकारी दे रहे हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार होली का त्यौहार लगभग हर देश के हर क्षेत्र में मनाई जाती है। हालांकि इसे मनाने के तीरके अलग अलग है। जिसकी बीते दिनों देश में काफी धूम देखी गई है। होली का त्यौहार रंगों की मस्ती और हुड़दंग का माना जाता है। एक ऐसी ही मस्ती हर साल देश की सांस्कृतिक राजधानी प्रयागराज में देखने को मिलती है। कहा जाता यहां मनाए जाने वाली होली का नजारा बेहद अलग होगा, बल्कि कहा जाता है ऐसा नजारा कही ओर देखने को नहीं मिलता। इसका कारण है यहां मनाई जाने वाली अलग-अद्भुत व अनोखी होली।
जी हां, मान्यताओं के अनुसार यहां होली के रंगों का सुरूर होली खेलने वालों पर कुछ ऐसा सवार होता है कि लोग रंग लगाते-लगाते एक दूसरे का कपड़ा ही फाड़ देते हैं लेकिन खास बात ये है कि होली की इस मस्ती का खुमार इतना ज्यादा होता है कि कोई भी इस बात का बुरा नहीं मानता। इसके बाद शुरू होता है यहां गाने की धुनों पर नाचने का सिलसिला। जो पूरे आधे दिन तक नानस्टाप चलता है। लोग एक दूसरे के ऊपर रंग और गुलाल की बारिश करते हैं। इस पर ऊपर से चारों और से रंगों की बौछार सोने में सुहागा का काम करती है। ऊपर लटके तारों पर जब नजर जाती है तो लोगों के फटे कपड़े टंगे नजर आते है, नीचे देखो तो अर्धनग्न लोगों के ऊपर रंग का सुरूर अपने चरम पर होता है। प्रयागराज के लोकनाथ चौराहे पर होने वाली ये कपड़ा फाड़ होली बरसों से होती आ रही है। होली के दूसरे दिन भी महिलाएं भी यहां जमकर होली खेलती हैं। बता दें इलाहाबाद में होली दो दिन तक मनाई जाती है और तीसरे दिन शहर के कुछ क्षेत्रों में होली मनाई जाती है।