Edited By Niyati Bhandari,Updated: 13 Sep, 2024 07:48 AM
प्रधान न्यायाधीश (सी.जे.आई.) डी.वाई. चंद्रचूड़ के आवास पर गणपति पूजा समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शामिल होने को लेकर पैदा विवाद के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके सहयोगी दलों ने
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नई दिल्ली (प.स.): प्रधान न्यायाधीश (सी.जे.आई.) डी.वाई. चंद्रचूड़ के आवास पर गणपति पूजा समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शामिल होने को लेकर पैदा विवाद के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके सहयोगी दलों ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए उनकी प्रतिक्रियाओं को ‘लापरवाही भरा’ बताया और कहा कि शीर्ष अदालत पर ‘निराधार आक्षेप’ लगाना एक खतरनाक मिसाल पेश करता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को यहां सी.जे.आई. के आवास पर गणपति पूजा में भाग लिया था। इस समारोह से संबंधित एक वीडियो में चंद्रचूड़ और उनकी पत्नी कल्पना दास अपने घर पर मोदी का स्वागत करते हुए दिखाई दे रहे हैं। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, ‘जब इफ्तार पार्टी में चीफ जस्टिस और प्रधानमंत्री बैठ सकते हैं, गुफ्तगू कर सकते हैं, एक टेबल पर बैठकर जब दोनों की बात हो सकती है। वह भी एक त्यौहार है, यह भी एक त्यौहार है।
इस बीच वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि भारत के प्रधान न्यायाधीश ने कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच शक्तियों के पृथक्करण के सिद्धांत से समझौता किया है। उन्होंने कहा, ‘मुख्य न्यायाधीश की स्वतंत्रता पर से सारा भरोसा उठ गया।”
उन्होंने कहा, ‘एस.सी.बी.ए. (सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन) को कार्यपालिका से सी.जे.आई. की स्वतंत्रता से सार्वजनिक रूप से किए गए समझौते की निंदा करनी चाहिए।”