Edited By Prachi Sharma,Updated: 06 Sep, 2024 06:55 AM
जिस दिन श्री कृष्ण का जन्म हुआ था उस दिन को जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है और जिस दिन श्री राधा रानी का जन्म हुआ उस दिन को राधा अष्टमी के नाम से जाना जाता है। यह
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Radha Ashtami 2024: जिस दिन श्री कृष्ण का जन्म हुआ था उस दिन को जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है और जिस दिन श्री राधा रानी का जन्म हुआ उस दिन को राधा अष्टमी के नाम से जाना जाता है। यह पर्व भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। वैसे तो देशभर में इस पर्व को बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है लेकिन ब्रज में इस पर्व की खास धूम देखने को मिलती है खासकर बरसाने में। राधा रानी स्वयं प्रेम का प्रतीक हैं जो भी व्यक्ति उनकी सच्चे मन से पूजा करता है उसके जीवन प्रेम और खुशियों से भर जाता है। ऊंची अटारी वाली की आराधना से भक्तों को प्रेम, भक्ति और आत्मज्ञान की प्राप्ति होती है। राधा अष्टमी के दिन यदि उन्हें उनकी प्रिय वस्तु अर्पित की जाए तो जीवन से दुखों का अंत हो जाता है। तो चलिए जानते हैं कौन सी हैं वो चीजें-
Offer flute to Radha Rani राधा रानी को अर्पित करें बांसुरी
श्री कृष्ण को बांसुरी बहुत प्रिय है। जब-जब कान्हा बांसुरी बजाते थे तब राधा रानी उसमें स्वर का संचार करती थीं। ऐसे में यदि आप राधा रानी के उनके खास दिन पर बांसुरी अर्पित करते हैं तो श्री राधा के साथ भगवान कृष्ण की भी असीम कृपा प्राप्त होती है। उनको जल्दी खुश करने के लिए ये उपाय सबसे ज्यादा खास है।
Flowers and garlands फूल और मालाएं
राधा अष्टमी के दिन राधा रानी को सुंदर और ताजे फूल अर्पित करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। फूल भगवान और देवी-देवताओं को प्रसन्न करने के लिए सबसे सरल और प्रभावी उपाय है। इस दिन विशेष रूप से गुलाब, मोगरा, और चंपा के फूलों का उपयोग करें। इन फूलों से राधा रानी की प्रतिमा को सजाएं और उनकी पूजा करें।
Offer bangles to Radha Rani राधा रानी को अर्पित करें चूड़ा
जगत की रानी राधा रानी का आशीर्वाद पाना बहुत आसान हैं। यूं कहा जाता है कि श्री राधा के अंदर इतनी दया भावना होती है वे अपने भक्तों को कभी भी दुखी नहीं देख सकती हैं। ऐसे में उन्हें प्रसन्न करने के लिए इस दिन श्री राधिका को हाथ में पहनने वाले कड़े अर्पित करें। ऐसा इस वजह से क्योंकि भगवान कृष्ण को श्री वृषभानु दुलारी के हाथ में कड़े बहुत पसंद थे।
Ghee and oil lamps घी और तेल के दीपक
पूजा के दौरान घी और तेल के दीपक जलाना भी महत्वपूर्ण है। राधा अष्टमी के दिन विशेष रूप से घी के दीपक जलाकर राधा रानी की आरती करें। दीपक की रोशनी से वातावरण में पवित्रता और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। दीपक जलाने से राधा रानी की कृपा प्राप्त होती है और घर में सुख-शांति बनी रहती है।
Offer peacock feather to Radha Rani राधा रानी को अर्पित करें मोर पंख
मोर पंख भगवान श्रीकृष्ण की प्रिय वस्तुओं में से एक है। राधा रानी के साथ भगवान श्रीकृष्ण का प्रेम भी मोरपंख के माध्यम से जुड़ा हुआ है, क्योंकि मोरपंख उनके प्रेम और भक्ति का प्रतीक है। मोरपंख को भाग्य और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इसे पूजा में शामिल करने से भक्तों के जीवन में सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है। यदि आप राधा अष्टमी के दिन इसे अर्पित करते हैं तो इससे जुड़े शुभ प्रभाव जल्दी देखने को मिलते हैं।