Edited By Niyati Bhandari,Updated: 17 Aug, 2023 07:34 AM
शास्त्रों के अनुसार राहु और केतु को अशुभ श्रेणी में रखा जाता है। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में इनका अशुभ प्रभाव हो तो उसका जीवन बहुत कष्टदायी हो जाता है और बहुत
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Rahu Ketu Upay: शास्त्रों के अनुसार राहु और केतु को अशुभ श्रेणी में रखा जाता है। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में इनका अशुभ प्रभाव हो तो उसका जीवन बहुत कष्टदायी हो जाता है और बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसी वजह से ज्यादातार लोग राहु और केतु का नाम सुनकर डर जाते हैं और इनके अशुभ प्रभावों को कम करने के लिए हर मुमकिन कोशिश और उपाय करते हैं। ऐसे में अगर आपकी कुंडली में राहु या केतु की महादशा चल रही है तो आपके लिए ये आर्टिकल बहुत ही महत्वपूर्ण होने वाला है क्योंकि आज हम आपको बताएंगे राहु-केतु दोष के प्रभाव को कम करने के लिए उपाय। तो चलिए ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जानते हैं उपाय ...
What happens when Rahu-Ketu is dosha राहु-केतु दोष होने पर क्या होता है
अगर व्यक्ति की कुंडली में राहु दोष है तो मानसिक तनाव, आर्थिक नुकसान, बार-बार मरा सांप, छिपकली और पक्षी दिखाई देना, अधिक क्रोध आना और पारिवारिक कलह-कलेश जैसी समस्याएं जीवन में बढ़ने लगती हैं।
केतु के अशुभ प्रभाव हो तो शारीरिक समस्याएं दिन ब दिन बढ़ने लगती हैं जैसे कि बाल झड़ना, जोड़ों में दर्द, चर्म रोग, रीढ़ की हड्डी और नसों में कमजोरी।
अगर जीवन में ऐसे संकेत देखने को मिल जाएं तो समझ जाएं की राहु-केतु का बुरा प्रभाव है।
Rahu-Ketu defect remedy राहु-केतु दोष उपाय
राहु के दोष को कम करने के लिए नीले रंग के कपड़े पहनने चाहिए और केतु दोष होने पर गुलाबी रंग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है।
राहु-केतु के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए शिवजी के सामने बैठकर रुद्राक्ष की माला से ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें।
राहु-केतु ग्रह की शांति के लिए घर पर भगवान श्रीकृष्ण की तस्वीर रखें। जिसमें वो शेषनाग के ऊपर नृत्य कर रहे हों और इसकी हर रोज पूजा करें। पूजा के बाद इस मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें- ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः
गोमेद रत्न राहु के प्रभाव को कम करने में मददगार होता है। कुंडली में अगर राहु दोष है तो ज्योतिष की सलाह पर इस रत्न को धारण करें।