Edited By Prachi Sharma,Updated: 06 Jan, 2024 07:49 AM
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। प्राण प्रतिष्ठा के लिए मुख्य यज्ञ मंडप बनकर तैयार हो
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अयोध्या (इंट): अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। प्राण प्रतिष्ठा के लिए मुख्य यज्ञ मंडप बनकर तैयार हो गया है। मंदिर के महासिंहद्वार से पूरब दिशा में यज्ञ मंडप बनाया गया है। 16 जनवरी से प्राण प्रतिष्ठा के लिए अनुष्ठानों की शुरुआत होगी। मंदिर का मुख्य प्रवेश द्वार पूर्व दिशा में होगा। उत्तर दिशा में निकास द्वार है। 70 एकड़ के 30 प्रतिशत भाग पर मंदिर का निर्माण हो रहा है।
बाकी जमीन पर ग्रीनरी यानी पौधे लगाए जाएंगे। यहां पहले से मौजूद 600 से अधिक पेड़ों को भी कटने से बचाया गया है। सीता कूप के पास परकोटे में आने वाले वटवृक्ष को दूसरी जगह पर शिफ्ट कर दिया गया है। राम मंदिर के 46 में से 42 दरवाजों पर 100 किलाे सोने की परत चढ़ाई जाएगी। सीढ़ियों के पास 4 दरवाजे लगेंगे। इन पर सोने की परत नहीं होगी। गर्भगृह का मुख्य दरवाजा करीब 8 फुट ऊंचा और 12 फुट चौड़ा है। यह सबसे बड़ा दरवाजा है। इन दरवाजों को महाराष्ट्र की सागौन की लकड़ी से बनाया गया है।
राम मंदिर परिसर में 13 और मंदिर बनाए जाएंगे
अयोध्या में 70 एकड़ में बन रहे राम मंदिर परिसर में 13 अन्य मंदिर बनाए जाएंगे। इनमें भगवान सूर्य, भगवान शिव, माता भगवती, गणपति, हनुमान जी के अलावा अन्नपूर्णा देवी के मंदिर होंगे। इन मंदिरों का निर्माण परकोटे का काम पूरा होने के बाद शुरू होगा। परकोटे के बाहर 7 अन्य मंदिर बनने हैं। इसमें ऋषि वाल्मीकि, वशिष्ठ, विश्वामित्र, अगस्त्य, शबरी, निषाद राज और अहिल्या का मंदिर होगा। इन मंदिरों का निर्माण 2024 में पूरा हो जाएगा।