Edited By Niyati Bhandari,Updated: 21 Oct, 2024 04:01 AM
रमा एकादशी सनातन धर्म में कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि पर मनाया जाने वाला एक पवित्र और खास व्रत है।
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Rama Ekadashi 2024: रमा एकादशी सनातन धर्म में कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि पर मनाया जाने वाला एक पवित्र और खास व्रत है। यह व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है और इसे बहुत ही शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से जीवन में आने वाली सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं और शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इस बार लोगों के मन में रमा एकादशी की तिथि को लेकर कन्फ्यूजन बनी हुई है। तो आइए जानते हैं कि रमा एकादशी के शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजा विधि के बारे में-
Rama Ekadashi date and auspicious time रमा एकादशी तिथि और शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 27 अक्टूबर दिन रविवार को सुबह 05 बजकर 23 मिनट पर शुरू होगी और इसका समापन 28 अक्टूबर को सुबह 07 बजकर 50 मिनट पर होगा। उदया तिथि के अनुसार, रमा एकादशी का व्रत 28 अक्टूबर दिन सोमवार को किया जाएगा। इस दिन विष्णु जी की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 09 बजकर 18 मिनट से सुबह 10 बजकर 41 तक है।
Importance of Rama Ekadashi रमा एकादशी का महत्व
रमा एकादशी हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है। इस बार रमा एकादशी का व्रत 28 अक्टूबर को रखा जा रहा है। माना जाता है कि इस दिन श्री हरि की पूजा करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है। साथ ही घर-परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
Rama Ekadashi Puja Vidhi रमा एकादशी पूजा विधि
रमा एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद साफ-सुथरे कपड़े धारण करें।
फिर घर के मंदिर की साफ-सफाई करने के बाद गंगाजल का छिड़काव करें।
इसके बाद एक चोकी में लाल कपड़ा बिछाकर श्री हरि की प्रतिमा स्थापित करें।
अब भगवान विष्णु को अक्षत, पीले फूल, धूप, दीप, हल्दी, तुलसी के पत्ते, पंचामृत अर्पित करें।
उसके बाद श्री हरि को बेसन के लड्डू का भोग लगाएं।
फिर भगवान हरि के मंत्रों का जाप करें और घी का दीपक जलाएं।
अंत में आरती करें और भगवान से सुखमय जीवन की प्रार्थना करें।