Edited By Niyati Bhandari,Updated: 18 Mar, 2025 07:33 AM

Rang Panchami 2025: रंग पंचमी को होली का अंतिम पड़ाव कहते हैं। मान्यताओं के अनुसार आज के दिन देवी-देवताओं के साथ होली खेली जाती है। ये दिन दैवीय शक्तियों को समर्पित है। रंग पंचमी होली के पांचवें दिन चैत्र कृष्ण पंचमी पर मनाई जाती है। इसे कृष्ण पंचमी,...
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Rang Panchami 2025: रंग पंचमी को होली का अंतिम पड़ाव कहते हैं। मान्यताओं के अनुसार आज के दिन देवी-देवताओं के साथ होली खेली जाती है। ये दिन दैवीय शक्तियों को समर्पित है। रंग पंचमी होली के पांचवें दिन चैत्र कृष्ण पंचमी पर मनाई जाती है। इसे कृष्ण पंचमी, श्रीपंचमी और देव पंचमी भी कहते हैं। महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और राजस्थान में इस पर्व को बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है लेकिन इंदौर में इसकी अलग ही छटा देखने को मिलती है। तो आइए जानते हैं कि क्यों और कैसे मनाया जाता है रंग पंचमी का त्यौहार और क्या है इसकी वजह।

Rang Panchami Significance रंग पंचमी महत्व: भगवान श्रीकृष्ण ने राधारानी के साथ इस शुभ दिन होली खेली थी। इसी कारण इस रोज विधि-विधान से राधा-कृष्ण का पूजन करने के बाद उन्हें गुलाल आदि अर्पित किया जाता है। रंग पंचमी के दिन गुलाल लगाया नहीं जाता बल्कि हवा में उड़ाया जाता है। इस त्यौहार को मनाने से व्यक्ति का घर हमेशा खुशियों से भरा रहता है। जब हवा में रंग उड़ाया जाता है तो तब तमोगण और रजोगण का नाश होता है और सतोगुण की वृद्धि होती है। इस दिन घर में विशेष भोजन बनाया जाता है जिसे पूरन पोली कहते हैं।

Rang Panchami Puja रंग पंचमी पूजा: आज के दिन खास तौर पर राधाकृष्ण की पूजा करके उनको अबीर और गुलाल अर्पित किया जाता है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा भी की जाती है। मां लक्ष्मी के इस मंत्र का जाप करने से घर सुख-समृद्धि से भरा रहता है।

Mantra: ॐ श्रीं श्रीये नमः
