Edited By Niyati Bhandari,Updated: 29 Apr, 2019 01:29 PM
राजस्थान के झुंझुनू शहर के बीचों-बीच स्थित रानी सती मंदिर देश के प्रमुख दर्शनीय स्थलों के अलावा भारत के सबसे अमीर मंदिरों में स्थान रखता है। बाहर से देखने में यह मंदिर किसी राजमहल जैसा दिखाई देता है।
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राजस्थान के झुंझुनू शहर के बीचों-बीच स्थित रानी सती मंदिर देश के प्रमुख दर्शनीय स्थलों के अलावा भारत के सबसे अमीर मंदिरों में स्थान रखता है। बाहर से देखने में यह मंदिर किसी राजमहल जैसा दिखाई देता है। पूरा मंदिर संगमरमर से बना है। इसकी बाहरी दीवारों पर शानदार रंगीन चित्रकारी की गई है। मंदिर में शनिवार और रविवार को खासतौर पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। रानी सती जी को समर्पित झुंझुनू का यह मंदिर 400 साल पुराना है। रानी सती का यह मंदिर सम्मान, ममता और स्त्री शक्ति का प्रतीक है। देशभर से भक्त रानी सती मंदिर में दर्शनों के लिए आते हैं। भक्त यहां विशेष प्रार्थना करने के साथ ही भाद्रपद माह की अमावस्या पर आयोजित होने वाले धार्मिक अनुष्ठान में भी हिस्सा लेते हैं।
16 देवियों की मूर्तियां
रानी सती मंदिर के परिसर में कई और मंदिर हैं, जो शिव जी, गणेश जी, माता सीता और राम जी के परमभक्त हनुमान जी को समर्पित हैं। मंदिर परिसर में षोडश माता का सुंदर मंदिर है, जिसमें 16 देवियों की मूर्तियां लगी हैं। परिसर में नयनाभिराम लक्ष्मीनारायण का मंदिर भी बना हुआ है।
राजस्थान के मारवाड़ी लोगों का दृढ़ विश्वास है कि रानी सती जी, स्त्री शक्ति की प्रतीक और मां दुर्गा का अवतार थीं। उन्होंने अपने पति के हत्यारे को मारकर बदला लिया और फिर अपनी सती होने की इच्छा पूरी की। वैसे अब मंदिर का प्रबंधन सती प्रथा का विरोध करता है। मंदिर के गर्भ गृह के बाहर बड़े अक्षरों में लिखा है- हम सती प्रथा का विरोध करते हैं।
कब खुलता है मंदिर
मंदिर सुबह 5 बजे से दोपहर 1 बजे तक और शाम 3 बजे से रात्रि 10 बजे तक खुला रहता है। मंदिर के गर्भ गृह में निक्कर और बरमुडा पहने लोगों का प्रवेश वर्जित है। मंदिर का दफ्तर सुबह 9 बजे से शाम 8 बजे तक खुला रहता है।
कैसे पहुंचें
झुंझुनू बस स्टैंड से रानी सती मंदिर के लिए ऑटोरिक्शा से दूरी 3 किलोमीटर है। रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी 2 किलोमीटर है, वहीं शहर के गांधी चौक से मंदिर की दूरी महज 1 किलोमीटर है। आप ऑटो रिजर्व करके भी मंदिर जा सकते हैं। अगर एक दिन रुकना है तो रानी सती मंदिर के स्वागत कक्ष पर आवास के लिए भी आग्रह कर सकते हैं।