Edited By Niyati Bhandari,Updated: 26 Sep, 2024 07:23 AM
Ravi Pradosh Vrat 2024: रवि प्रदोष व्रत के दिन पूरे विधि-विधान से शिव जी की आराधना करने से साधक को उत्तम फलों की प्राप्ति होती है। साथ ही सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। तो आइए जानते हैं आश्विन महीने का प्रदोष व्रत कब है, इसके शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के...
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Ravi Pradosh Vrat 2024: हर माह में दो प्रदोष व्रत रखे जाते हैं। अश्विन माह का पहला प्रदोष व्रत कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को रखा जाएगा। इस दिन भगवान शिव के साथ माता पार्वती की पूजा की जाती है। रविवार के दिन पड़ने के कारण यह Ravi Pradosh Vrat 2024 रवि प्रदोष व्रत कहलाएगा। सनातन धर्म में रवि प्रदोष Ravi Pradosh को अपने आध्यात्मिक और धार्मिक खासियत के लिए जाना जाता है। मान्यता है कि इस दिन पूरे विधि-विधान से शिव जी की आराधना करने से साधक को उत्तम फलों की प्राप्ति होती है। साथ ही सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। तो आइए जानते हैं आश्विन महीने का प्रदोष व्रत कब है, इसके शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में-
Ravi Pradosh Vrat 2024 Tithi Aur Shubh Muhurat रवि प्रदोष व्रत तिथि और शुभ मुहूर्त
वैदिक पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 29 सितंबर 2024 दिन रविवार को शाम 4 बजकर 47 मिनट से होगी और इसका समापन अगले दिन 30 सितंबर 2024 को शाम 7 बजकर 6 मिनट पर होगा। पंचांग के अनुसार प्रदोष व्रत 29 सितंबर को रखा जाएगा।
Ravi Pradosh Vrat Puja Vidhi रवि प्रदोष व्रत पूजा विधि
रवि प्रदोष व्रत के दिन सुबह जल्दी स्नान करें और व्रत का संकल्प लें।
फिर पूजा घर को साफ करके गंगा जल का छिड़काव करें।
अब एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर शिव जी और माता पार्वती की मूर्ति स्थापित करें।
उसके बाद शिव जी को जल, फूल, अक्षत और बेलपत्र अर्पित करें।
शिव जी के सामने घी का दीपक जलाएं और उनके मंत्रों का जाप करें।
फिर शिव जी को फलों और मिठाई का भोग लगाएं।
अंत में शिव जी की आरती करें और प्रसाद सभी में बांट दें।