Sama Chakeva 2022: पूर्वांचल के लोगों ने सामा-चकेवा पर्व मनाया

Edited By Niyati Bhandari,Updated: 09 Nov, 2022 10:51 AM

sama chakeva

भाई- बहन के प्रेम व स्नेह का पर्व सामा-चकेवा का मंगलवार कार्तिक पूर्णिमा के दिन समापन हो गया। किराड़ी क्षेत्र के प्रेम नगर, हिन्दी विहार व लक्ष्मी विहार में रहने वाले बिहार के मिथिलावासियों ने सामा-चकेवा का

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नई दिल्ली (नवोदय टाइम्स): भाई- बहन के प्रेम व स्नेह का पर्व सामा-चकेवा का मंगलवार कार्तिक पूर्णिमा के दिन समापन हो गया। किराड़ी क्षेत्र के प्रेम नगर, हिन्दी विहार व लक्ष्मी विहार में रहने वाले बिहार के मिथिलावासियों ने सामा-चकेवा का छठ घाट वाले तालाब में विसर्जन कर इस पर्व का समापन किया।  

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इस मौके पर ट्रस्ट के द्वारा पांचवा सामा-चकेवा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में हजारें लोग शामिल हुए। छठ पर्व के समाप्त होते ही मिथिला में भाई-बहन के इस त्यौहार को आयोजन शुरू हो जाता है। दिल्ली में इस पर्व को कुछ ही जगह मनाया जाता है जहां मिथिलावासी रहते हैं। इस त्योहार में  मूर्तिकारों के द्वारा सामा-चकेवा के साथ सतभैया, चुगला जैसे जुड़ी तमाम मूर्तियों का निर्माण किया जाता है। आठ दिनों तक यह उत्सव मनाया जाता है और नौवें दिन बहनें अपने भाइयों को धान की नई फसल का चूड़ा एवं दही खिला कर सामा-चकेवा की मूर्तियों को तालाब में विसर्जित कर देते हैं।

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