Edited By Niyati Bhandari,Updated: 09 Oct, 2024 01:00 AM
शारदीय नवरात्र के दौरान मां सरस्वती की पूजा एक आध्यात्मिक अनुभव है, जो ज्ञान, बुद्धि और सृजनात्मकता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण है।
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Saraswati Puja 2024: शारदीय नवरात्र के दौरान मां सरस्वती की पूजा एक आध्यात्मिक अनुभव है, जो ज्ञान, बुद्धि और सृजनात्मकता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण है। यह पूजा न केवल व्यक्तिगत विकास में सहायक होती है, बल्कि समाज में ज्ञान और संस्कृति के प्रसार का भी माध्यम बनती है। शारदीय नवरात्रि में सरस्वती पूजा से हर व्यक्ति को अपनी क्षमता का विकास करने का अवसर मिलता है। नवरात्रि के इस पर्व पर मां सरस्वती की कृपा से बुद्धि, ज्ञान और संकल्प को शक्ति मिले, यही हमारी कामना होनी चाहिए।
To get the blessings of Goddess Saraswati, some special measures can be taken on the day of Saraswati Puja मां सरस्वती की कृपा प्राप्त करने के लिए सरस्वती पूजा के दिन कुछ विशेष उपाय भी किए जा सकते हैं:
गुणवत्ता समय: नवरात्र के दौरान सुबह जल्दी उठकर और ध्यान लगाकर मां सरस्वती की साधना करें।
सफेद रंग का उपयोग: सफेद रंग का वस्त्र पहनना और सफेद फूलों का उपयोग करना मां सरस्वती की कृपा को आकर्षित करता है।
विद्या का साधना: इस समय विद्या और ज्ञान की साधना करें। किताबों का अध्ययन करें और ज्ञानार्जन करें।
माता-पिता का सम्मान: अपने माता-पिता और गुरु का सम्मान करना, मां सरस्वती की कृपा प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण उपाय है।
वीणा का ध्यान: अगर संभव हो तो वीणा बजाने की साधना करें या वीणा सुनें। यह मां सरस्वती को प्रसन्न करने का एक प्रभावी उपाय है।
साधना का क्रम: लगातार 9 दिन तक मां सरस्वती की साधना करें। इस दौरान विशेष ध्यान और श्रद्धा के साथ पूजा करें।
Saraswati Puja Mantra मंत्रों का जाप: मां सरस्वती के निमित्त इस मंत्र का जाप करें:
"ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः"
इस मंत्र का जाप 108 बार करना शुभ माना जाता है।
आरती और प्रार्थना: पूजा के बाद मां की आरती करें और उनकी कृपा की प्रार्थना करें।