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Saturn Rise 2023: 5 मार्च को शनि हुए उदय, मकर राशि वालों को सुख-सौभाग्य की होगी प्राप्ति

Edited By Niyati Bhandari,Updated: 07 Mar, 2023 08:07 AM

शनि देव ने 17 जनवरी को गोचर किया था कुंभ राशि में और उसके बाद कुछ राशियों के ऊपर शनि की साढ़ेसाती शुरू हुई है और कुछ राशियों के ऊपर से शनि का प्रभाव कम हुआ है। 17 के बाद 30 को शनि अस्त हो गए और

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Shani rashi parivartan शनि राशि परिवर्तन: शनि देव ने 17 जनवरी को गोचर किया था कुंभ राशि में और उसके बाद कुछ राशियों के ऊपर शनि की साढ़ेसाती शुरू हुई है और कुछ राशियों के ऊपर से शनि का प्रभाव कम हुआ है। 17 के बाद 30 को शनि अस्त हो गए और अब दोबारा से 5 मार्च को उदय हो चुके हैं और ये गोचर बहुत ही महत्वपूर्ण होगा क्योंकि 30 साल बाद शनि ने कुम्भ राशि में प्रवेश किया है। शनि देव की दो राशियां हैं मकर और कुंभ। शनिदेव का प्रिय घर कुम्भ राशि है। शनि का उदय होना इसलिए ज्यादा अहम है क्योंकि शनि 31 साल बाद कुंभ राशि में प्रवेश के दौरान शतभिषा नक्षत्र में प्रवेश कर गए हैं। शनिदेव जब राहु के नक्षत्र में जाएंगे तो पूरे प्रभावी हो जाएंगे। शतभिषा नक्षत्र कर्म फल देने वाला नक्षत्र है। इसके अच्छे फल देखने को मिलेंगे। 15 अक्टूबर तक शनि इसी नक्षत्र में रहेंगे। इसके बाद फिर धनिष्ठा में जाएंगे और 24 नवंबर को दोबारा शतभिषा में आएंगे। इस नक्षत्र में रहने के दौरान शनि कर्म के हिसाब से फल देंगे।

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मकर राशि: मकर राशि के स्वामी खुद शनिदेव हैं। मकर राशि वालों के ऊपर शनि के साढ़ेसती का आखिरी ढैया चल रहा है। ये सामान्य तौर पर बेहतर होता है। शनिदेव जब दूसरे भाव में गोचर करेंगे ये गोचर अच्छा नहीं है लेकिन लग्न के ऊपर से गोचर के मुकाबले अच्छा है। राशि के स्वामी का उदय होना बहुत ही शुभ होता है। दूसरे स्थान में गोचर करके शनि चौथे भाव को देख रहे हैं। चौथा स्थान सुख स्थान होता है। यदि आपका कर्म अच्छा रहा है तो निश्चित तौर पर आपको इसके शुभ परिणाम देखने को मिलेंगे। यदि आप कोई प्रॉपर्टी या गाड़ी खरदीना चाहते हैं तो उसके लिए थोड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।

शनिदेव जब दूसरे भाव में गोचर करते हैं तो अष्टम को देखते हैं। मकर राशि के जातक दुर्घटना के शिकार हो सकते हैं। ड्राइविंग थोड़ी सी संभल कर करें। शनिदेव आपकी कुंडली में ग्यारहवें भाव को देखेंगे। ग्याहरवां भाव बड़े भाई का भाव होता है। उनकी सेहत को लेकर कोई दिक्कत हो सकती है। प्रमोशन मिलने में भी देरी हो सकती है।

नरेश कुमार
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