Edited By Niyati Bhandari,Updated: 07 Mar, 2023 05:38 AM
शनि देव ने 17 जनवरी को गोचर किया था कुंभ राशि में और उसके बाद कुछ राशियों के ऊपर शनि की साढ़ेसाती शुरू हुई है और कुछ राशियों के ऊपर से शनि का प्रभाव कम हुआ है। 17 के बाद 30 को शनि अस्त हो गए और अब दोबारा से 5 मार्च को उदय हुए और ये गोचर बहुत
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Shani rashi parivartan शनि राशि परिवर्तन: शनि देव ने 17 जनवरी को गोचर किया था कुंभ राशि में और उसके बाद कुछ राशियों के ऊपर शनि की साढ़ेसाती शुरू हुई है और कुछ राशियों के ऊपर से शनि का प्रभाव कम हुआ है। 17 के बाद 30 को शनि अस्त हो गए और अब दोबारा से 5 मार्च को उदय हुए और ये गोचर बहुत ही महत्वपूर्ण होगा क्योंकि 30 साल बाद शनि कुम्भ राशि में प्रवेश करेंगे। शनि देव की दो राशियां हैं मकर और कुंभ। शनिदेव का प्रिय घर कुम्भ राशि है। शनि का उदय होना इसलिए ज्यादा अहम है क्योंकि शनि 31 साल बाद कुंभ राशि में प्रवेश के दौरान शतभिषा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। शनिदेव जब राहु के नक्षत्र में जाएंगे तो पूरे प्रभावी हो जाएंगे। शतभिषा नक्षत्र कर्म फल देने वाला नक्षत्र है। इसके अच्छे फल देखने को मिलेंगे। 15 अक्टूबर तक शनि इसी नक्षत्र में रहेंगे। इसके बाद फिर धनिष्ठा में जाएंगे और 24 नवंबर को दोबारा शतभिषा में आएंगे। इस नक्षत्र में रहने के दौरान शनि कर्म के हिसाब से फल देंगे।
1100 रुपए मूल्य की जन्म कुंडली मुफ्त में पाएं। अपनी जन्म तिथि अपने नाम, जन्म के समय और जन्म के स्थान के साथ हमें 96189-89025 पर व्हाट्सएप करें
धनु राशि: शनि तीसरे भाव से गोचर कर रहे हैं धनु राशि के जातकों के लिए। शनि दो भावों के स्वामी हैं धन भाव और हौसले का भाव। शनि का गोचर शुभ हो गया है। शनि अब अस्त से उदय अवस्था में आ गए हैं। इससे धनु राशि के जातकों को फायदा होगा। शनि 15 का नक्षत्र बदल कर राहु के नक्षत्र में चले जाएंगे। ये भी एक शुभ संकेत है। शनि जब दूसरे भाव में गोचर करते हैं तो ग्याहरवें भाव को देखते हैं। ग्याहरवां भाव आय का स्थान और बड़े भाई का स्थान है। यहां पर आपको थोड़ी अड़चनों का सामना करना पड़ सकता है। शनिदेव आपको दूसरे और तीसरे दोनों भावों के फल देंगे। खान-पान पर ध्यान देने की जरूरत है। पैसों का फ्लो बढ़ सकता है। यदि आप मैरिड हैं और ससुराल पक्ष के साथ कोई खट-पट चल रही थी वो भी ठीक हो जाएगी। यदि आपकी कुंडली में महादशा या अंतर्दशा चल रही है तो निश्चित तौर पर आपको शुभ फल देखने को मिलेंगे। छोटे भाई के साथ अगर कोई परेशानी चल रही थी तो वो भी सही हो जाएगी।
यदि कोई महिला गर्भवती है तो उसे थोड़ा सावधान रहने की जरुरत है क्योंकि शनिदेव की दृष्टि गोचर में पंचम के ऊपर जा रही है। इसके अलावा शनि अब भाग्य स्थान को देख रहे हैं। यदि आप कोई धार्मिक यात्रा का प्लान कर रहे हैं तो उसमें रूकावट देखने को मिल सकती है। अगर बाहर कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं तो अपने कागजात को थोड़ा संभाल कर रखें। शनिदेव चूंकि तीसरे भाव में हैं तो हो सकता है कुछ एक्स्ट्रा खर्चे हो जाएं।
नरेश कुमार
https://www.facebook.com/Astro-Naresh-115058279895728
![PunjabKesari kundli](https://static.punjabkesari.in/multimedia/03_40_554882594kundli.jpg)