Edited By Prachi Sharma,Updated: 03 Oct, 2024 01:52 PM
अगले साल 29 मार्च 2025 को शनिदेव गोचर करेंगे मीन राशि में। मीन राशि में शनिदेव का गोचर रहेगा 23 फरवरी 2028 तक। ये लगभग 1061 दिन का पीरियड है जब शनिदेव मीन राशि में गोचर करेंगे। इ
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Saturn Transit 2025: अगले साल 29 मार्च 2025 को शनिदेव गोचर करेंगे मीन राशि में। मीन राशि में शनिदेव का गोचर रहेगा 23 फरवरी 2028 तक। ये लगभग 1061 दिन का पीरियड है जब शनिदेव मीन राशि में गोचर करेंगे। इसी बीच 2027 में एक ऐसा समय आएगा जब शनिदेव वक्री अवस्था में चलते हुए। 3 जून 2027 को दोबारा कुंभ राशि में आ जाएंगे 20 अक्टूबर 2027 तक यहीं पर रहेंगे। फिर मार्गी होने के बाद आगे चलेंगे और लगभग यह 921 दिन का समय है। जब मीन राशि में ही शनिदेव गोचर करेंगे तो इस गोचर के दौरान शनिदेव के क्या फल मिलेंगे। आज बात करेंगे तुला राशि के जातकों के लिए शनिदेव क्या फायदा लेकर आएंगे-
23 फरवरी तक शनि मीन राशि में रहेंगे। कोई भी ग्रह जब गोचर करता है तो वक्री अवस्था में कई बार पीछे आता है तो राशि बदल जाती है। शनि के साथ भी ऐसा होगा यह होगा 2027 में 3 जून को शनि 2027 में वापस आएंगे वक्री अवस्था में और कुंभ राशि में चले जाएंगे। यहां पर 20 अक्टूबर तक रहेंगे लगभग 140 दिन का समय जो है वो वक्री अवस्था में चलते हुए कुंभ राशि में रहेंगे। बाकी समय वह मीन राशि में रहेगा। लगभग 921 दिन का ऐसा समय है जब शनि आपके लिए मीन राशि में गोचर करेंगे। तुला राशि के जातकों के लिए शनि दो तरीके से अच्छा फल करने वाले हैं। एक तो यह है कि शनि तुला राशि के उन जातकों के लिए महादशा नाथ है जिनका जन्म राहु के स्वाती नक्षत्र में हुआ है। स्वाती नक्षत्र के तुला राशि के जितने भी जातक हैं और उनकी उम्र 30 से 50 साल के बीच है उनके ऊपर इस समय शनि की महादशा चल रही है। यदि आपका जन्म स्वाति नक्षत्र का है तो आपके ऊपर शनि की महादशा चल रही है। आगे बुध की महादशा भी चल रही है क्योंकि विशाखा नक्षत्र में जितने भी लोग पैदा हुए होंगे उनके ऊपर बुध की महादशा चल रही होगी। इससे पहले वाले जितने भी जातक हैं यानी कि जो चित्रा नक्षत्र में पैदा हुए हैं जो मंगल के नक्षत्र हैं।
जो युवावस्था में हैं वो शनि की अवस्था से गुजर रहे हैं जितने भी गुरु की दशा में पैदा हुए हैं उनके लिए शनि आगे निकल चुके होंगे और वो बुध की दशा से जा रहे होंगे। स्वाती नक्षत्र के आखिरी चरण में पैदा होने वाले लोगों पर भी भी शायद बुध शुरू हो गया होगा। शनि या बुध की महादशा से ही गुजर रहे हैं और जो लोग शनि की महादशा से गुजर रहे हैं उनके लिए शनि शुभ गोचर में आ रहे हैं। शनि छठे भाव में अच्छा फल करते हैं। यहां पर शनि आपके लिए सोने का पाया तब होता है।
जब आपकी कुंडली में शनि जब ट्रांजिट करते हैं तो शनि छठे भाव में आ जाएंगे। तुला राशि के जातकों के लिए यह गोचर सोने के पाय का गोचर कहलाता है। यहां पर सोने के पाए में शनि आपको डेफिनेटली अच्छे रिजल्ट करेंगे। हालांकि हर जगह पर सोने के पाए में अच्छा रिजल्ट नहीं होता लेकिन तुला राशि के जातकों के लिए यह गोचर जो है वो काफी मायनों में अच्छा रहने वाला है, कुछ संघर्ष भी होंगे। यह गोचर आपके लिए 921 दिन का अच्छा रहने वाला है। तुला राशि है उसके लिए शनि योगा कारक ग्रह है। शनि जब भी फल करते हैं वो तीन तरीके देखे जाते हैं। कुंडली में आपके चंद्रमा से 12वें चंद्रमा के ऊपर या चंद्रमा से दूसरे भाव में हो तो शनि साढ़े साल ढैया में रहते हैं। शनि आपके चंद्रमा से चौथे आ जाए तो ढैया हो जाती है। शनि आपके चंद्रमा से अष्टम में आ जाए तो ढैया हो जाती है। तुला राशि के लिए योगा कारक है शनि तो डेफिनेटली योगा कारक के फल अलग से अलग होते हैं। शनि चौथे और पांचवें भाव के स्वामी हैं। छठे भाव में गोचर करेंगे। शनि की एक खासियत होती है जब वो किसी भाव में बैठते हैं उस भाव को मजबूत कर देते हैं, यहां पर निश्चित तौर पर शनि छठे भाव में बैठे हैं तो छठे भाव के सिग्निफिकेंट कर देंगे। यह रोग, ऋण, शत्रु का भाव होता है। यानी कि जिनको फिजिकल प्रॉब्लम का सामना करना पड़ रहा है तुला राशि के जातकों को उनको फिजिकल प्रॉब्लम में राहत मिलती हुई नजर आएगी। यह जो गोचर है शनि का उसके दौरान यदि आपके ऊपर कोई कोर्ट केस है या आपने किसी के ऊपर केस किया हुआ है तो वहां पर राहत मिलती मिलती हुई नजर आ सकती है। यदि पैसा आपने किसी को दिया हुआ है वह भी यहीं से देखेंगे। यहां पर ऋण वाले मामले में भी राहत मिल सकती है, कोई पैसा फंसा हुआ है वो वापस आ सकता है। आपके ऊपर चढ़ा हुआ पैसा वो आपको राहत मिलती हुई नजर आ सकती है। यह छठे भाव के सिग्निफिकेंट है। जिनका कंपटीशन एग्जाम है वो छठे भाव से देखा जाता है, हाय स्टडीज पांचवें भाव से आती है। छठा भाव एग्जामिनेशन यानी कि हाय कंपटीशन का कंपटीशन का भी भाव होता है। यहां पर स्टूडेंट्स के लिए भी अच्छी खबर हो सकती है जो कंपटीशन एग्जाम में जाना चाहते हैं। तुला राशि के जितने भी जातक हैं उनको शनि के इस भाव में अच्छे फल मिल सकते हैं। शनि चूंकि आपके लिए अधिकतर जातकों के लिए तुला राशि के महादशा नाथ भी हैं तो चौथे के भी फल करेंगे। कोई मकान, प्रॉपर्टी, गाड़ी ले रहे हैं बड़ी तो ये सारी चौथे भाव से आएंगी। आपको तो आपको चौथे भाव से संबंधित फल छठे भाव में बैठकर शनि देंगे ये आपके लिए अच्छा हो जाएगा। यानी कि प्रॉपर्टी की खरीद की प्लानिंग हो सकती है। इस ढाई साल में एग्जीक्यूशन हो सकती है। मानसिक शांति भी आपको यहां पर मिलती हुई नजर आएगी। यदि मदर की हेल्थ को लेकर कोई इशू है तो वहां पर भी आपको थोड़ी सी राहत मिलती हुई नजर आएगी। पांचवें भाव में शनि की कुंभ राशि आती है आपके लिए तुला राशि के जातकों के लिए शनि अच्छा फल करते हैं। पंचम भाव आपका बुद्धि-विवेक होता है। तुला राशि के जातकों को पांचवें भाव से संबंधित फल अच्छे मिलेंगे। संतान नहीं है तो संतान आ सकती है। संतान पक्ष है तो संतान पक्ष से अच्छी खबर आ सकती है। इस अवधि के दौरान आपकी कुंडली में पंचम भाव से जो अन्य संबंधित सिग्निफिकेंट है तो हायर स्टडीज की तरफ जा सकते हैं।तुला राशि के जातकों के लिए हालांकि थोड़ा सा खर्चा बढ़ सकता है। विदेश यात्रा का भी योग बनता है लेकिन खर्चा थोड़ा सा बढ़ सकता है और इसके अलावा गाड़ी थोड़ी सी धीमी चलानी है। यहां पर शनि अष्टम को देखेंगे 12वें को देखेंगे, तीसरे भाव को देखेंगे। ब्रदर के साथ आपको तालमेल में दिक्कत हो सकती है, थोड़ा सा खर्चा बढ़ सकता है।
ओम शनि शनिश्चराय नमः का जाप करें।
कोई बिजनेस रन कर रहे हैं आपके पास बहुत सारे काम लोग काम करते होंगे। जो आपसे जूनियर है उनके साथ थोड़ा सा रिस्पेक्टफुली पेश आइए। उनको पॉजिटिव सरप्राइज देते रहिए उससे शनि के रिजल्ट आपको डेफिनेटली अच्छे मिलते हैं।
आपाहिज आश्रम में दान कर सकते हैं लेकिन शाम के समय अपना नाम लेकर अपना गोत्र लेकर उस दिन का नक्षत्र बोलकर वार बोलकर और जिस मकसद से आप दान कर रहे हैं उस मकसद को बोलकर वो दान करिए
काली उड़द की दाल का दान करें।
शनि शिला पर सरसों का तेल अर्पित करें।
नरेश कुमार
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