Edited By Niyati Bhandari,Updated: 20 Jul, 2024 07:55 AM
![sawan food](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2022_7image_07_34_532969063shravaneatingfood-ll.jpg)
सावन के महीने में शिवलिंग की पूजा की जाती है और शिवाभिषेक, रुद्राभिषेक आदि भी किया जाता है जिससे भगवान शिव की कृपा हम पर बनी रहे।
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Sawan special: सावन के महीने में शिवलिंग की पूजा की जाती है और शिवाभिषेक, रुद्राभिषेक आदि भी किया जाता है जिससे भगवान शिव की कृपा हम पर बनी रहे। हमें सबके साथ आत्मीयता का भाव रखना चाहिए, अच्छा व्यवहार करना चाहिए। भगवान शिव के साथ शिवगण, रुद्रगण, भूत-प्रेत, सांप जैसे जहरीले प्राणी और नंदी बैल आदि भी हैं और सभी साथ-साथ रहते हैं, आपस में तालमेल के साथ। उसी तरह हमें भी विभिन्न प्रकार के स्वभावों के साथ तालमेल बैठाकर जीवन जीना सीखना चाहिए।
Sawan ka mahina 2023: इसके अतिरिक्त इस माह में खान-पान संबंधी भी विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। भोजन को प्रसाद की भांति खाना चाहिए न की स्वाद के वशीभूत होकर। जिस प्रकार बिना कपड़े पहने आभूषण पहिनने वालों पर दुनियां हंसती है। ठीक उसी प्रकार शरीर की पौष्टिकता के नाम पर मन, भाव और आत्मा को विकारी बनाने वाला भोजन अदूरदर्शितापूर्ण आचरण ही होता है।
Foods And Drinks To Avoid During Shravan Maas भविष्य पुराण के अनुसार शरीर को स्वस्थ रखना भी मानव धर्म है क्योंकि निरोगी काया वाला व्यक्ति ही समाज और धर्म को प्रगती के मार्ग पर ले जा सकता है। सावन में भगवान शिव को प्रसन्न करने और स्वास्थ्य की रक्षा के लिए कुछ भोज्य पदार्थों पर प्रतिबंध लगाएं गए हैं जैसे मांस, मदिरा, प्याज, लहसुन, साग, बैंगन और दूध।
मांस- मदिरा, प्याज और लहसुन का सेवन तो कदापि नहीं करना चाहिए। यह अध्यात्म के मार्ग में सबसे बड़ी बाधा उत्पन्न करते हैं। इनके सेवन से लोक ही नहीं परलोक भी बिगड़ जाता है।
साग खाना सेहत के लिए गुणकारी होता है केवल सावन माह में इसके सेवन से हानि होती है। बैंगन को धर्म शास्त्रों में अशुद्घ माना गया है। इन दोनों को खाने के पीछे वैज्ञानिक आधार यह है कि सावन में इनमें कीड़े पड़ जाते हैं। जिससे सेहत को नुक्सान होता है।
![PunjabKesari Foods And Drinks To Avoid During Shravan Maas](https://static.punjabkesari.in/multimedia/07_42_538042981drinks-to-avoid-during-shravan-maas.jpg)
दूध न पीएं क्योंकि सावन में दूध वात को बढ़ाता है लेकिन भगवान भोलेनाथ का अभिषेक अवश्य करें।